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Barmer दो दिवसीय वाणी उत्सव कार्यक्रम के लिए 14 से आवेदन

 
Barmer दो दिवसीय वाणी उत्सव कार्यक्रम के लिए 14 से आवेदन

बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, बाड़मेर में दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार के लिए आवेदन बसंत पंचमी यानी कल से शुरू हो रहे हैं. वाणी उत्सव का आयोजन 29 और 30 मार्च को बाड़मेर में किया जाएगा. इसमें चार अलग-अलग श्रेणियों के कलाकार शामिल होंगे. इस वर्ष एक लाख रुपये का पुरस्कार और पांच लाख रुपये की वीणा प्रदान की जाएगी। दो दिवसीय कार्यक्रम में इस विरासत को जीने वाले गायकों को वाणी उत्सव में मंच मिलेगा। नई पीढ़ी को इस कला से जोड़ने का प्रयास होगा।

दरअसल, ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान, बाड़मेर और रूमादेवी फाउंडेशन की ओर से लुप्त हो रही पारंपरिक स्वर गायकी के संरक्षण और संवर्धन के लिए 'दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार' की शुरुआत की गई थी. जिसका आयोजन पिछले कई वर्षों से किया जा रहा है. इस साल इस प्रोग्राम के लिए आवेदन 14 फरवरी बसंत पंचमी से शुरू होंगे. दानसिंह जी मारवाड़ क्षेत्र के प्रसिद्ध वीणा भजनी कलाकार थे। उन्होंने 15 साल की उम्र में वीणा पर गाना शुरू किया था. वे 85 साल की उम्र तक यह काम करते रहे. अपने जीवन के आखिरी समय में भी दानजी राजस्थान दिवस कार्यक्रम, राजस्थान कबीर यात्रा जैसे आयोजनों से सक्रिय रूप से जुड़े रहे. दानजी ने पारंपरिक वीणा भजन परंपरा को संरक्षित करने और नए कलाकारों को सिखाने का महत्वपूर्ण कार्य किया।

फाउंडेशन की निदेशक एवं फैशन डिजाइनर रूमा देवी ने कहा कि थार में हमारी संस्कृति में सदियों से स्वर गायन की समृद्ध परंपरा रही है। जो छुआछूत, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब और धार्मिक भेदभाव को मिटाने का संदेश देता रहा है। वर्तमान में इसका मूल स्वरूप बदल रहा है। हमारा प्रयास रहेगा कि थार की इस विरासत को संरक्षित किया जाये। नई पीढ़ी का परिचय देना चाहिए और उन्हें पढ़ाकर आगे बढ़ाना चाहिए। रूमा देवी ने कहा कि दो दिवसीय वाणी उत्सव में इस विरासत को संजोए हुए वाणी गायकों को मंच और प्रोत्साहन मिलेगा और नई पीढ़ी को इस लोक कला से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. पिछले वर्ष वाणी उत्सव में 100 प्रमुख कलाकारों सहित 500 अन्य कलाकारों ने एक मंच पर आकर हमारी सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई दी।