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बालोतरा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गिरफ्तार किया नकल गिरोह के लिए फेक डॉक्युमेंट बनाने वाले आरोपी को!

रीट में नकल करवाने वाले गिरोह को फर्जी एडमिट कार्ड और डॉक्युमेंट बनाकर उपलब्ध करवाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 3 साल से फरार चल रहा था। उस पर बालोतरा पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था........
 
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! रीट में नकल करवाने वाले गिरोह को फर्जी एडमिट कार्ड और डॉक्युमेंट बनाकर उपलब्ध करवाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 3 साल से फरार चल रहा था। उस पर बालोतरा पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपी 2 साल पहले सरकारी टीचर बन गया और सांचौर जिले के चितलवाना इलाके सरकारी स्कूल में पीटीआई के पद पर पदस्थापित था।

12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया

थाना अधिकारी ओमप्रकाश गोदारा ने बताया- 2021 में होने वाली रीट परीक्षा से 2 दिन पहले बालोतरा पुलिस ने एक घर में छापा मारकर 2 शिक्षकों को गिरफ्तार कर एक बड़े फर्जी गिरोह का पर्दाफाश किया था. इस मामले में पुलिस ने 22 आरोपियों को नामजद किया था. इनमें से मास्टरमाइंड समेत 12 आरोपियों को पुलिस पहले गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। गोदारा ने बताया- आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि ई-मित्र संचालक आरोपी मनोहरलाल ने गिरोह को प्रवेश पत्र व अन्य दस्तावेज फर्जी तरीके से उपलब्ध कराए थे। आरोपी 3 साल से फरार था. पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित किया था. पुलिस ने मंगलवार को आरोपी मनोहरलाल को गिरफ्तार कर लिया। मनोहरलाल बालोतरा थाने के टॉप-10 वांटेड में शामिल था।

आरोपी 4 दिन की पुलिस रिमांड पर

थाना अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी मनोहरलाल को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया है. अब आरोपी से फर्जीवाड़ा गिरोह के संबंध में पूछताछ की जा रही है. वर्ष 2022 में आरोपी मनोहरलाल पीटीआई बन गया और उसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामपुरा में पोस्टिंग मिल गई। आरोपी अभी भी वहीं तैनात था.

आरोपी ई-मित्र पर फर्जी दस्तावेज बनाते थे

थाना अधिकारी ने बताया कि फर्जी गिरोह के पर्दाफाश के समय आरोपी मनोहरलाल ई-मित्र का काम करता था. उसने मामले में पहले गिरफ्तार किए गए सुरेश कुमार के पुन: परीक्षा आवेदन पत्र में फर्जीवाड़ा कर दस्तावेज तैयार किए थे। परीक्षा से पहले पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ किया. मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर थे.

Ret-2021 से 2 दिन पहले पकड़ा गया फर्जी गिरोह

दरअसल रीट परीक्षा से 2 दिन पहले 26 सितंबर 2021 को बालोतरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मूंगड़ा सर्किल के पास कृष्णा सिटी में एक आवासीय मकान पर छापा मारकर सरकारी शिक्षक रमेश कुमार पुत्र बुधाराम निवासी कुड़ी हाल कृष्णा सिटी बालोतरा और सुरेश कुमार पुत्र सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. चितलवाना निवासी चुतराराम को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान दोनों शिक्षकों के कब्जे से फर्जी आवेदन पत्र, बैंक डायरी, पेन कार्ड, आधार कार्ड, एडमिट कार्ड, अभ्यर्थियों के फोटो और अन्य दस्तावेज के साथ 9.50 लाख रुपये नकद बरामद हुए।

उससे पूछताछ के बाद पुलिस ने पटाऊ निवासी सेवानिवृत्त सैनिक महेंद्र दान को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के सरगना वरिष्ठ शिक्षक रमेश कुमार पुत्र फूसाराम निवासी सांचौर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने इस मामले में कुल 22 आरोपियों को नामजद किया था. इसमें 12 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

डमी अभ्यर्थी 12-12 लाख रुपये लेकर परीक्षा में बैठते थे

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि परीक्षा से 4 घंटे पहले पेपर सॉल्व करवाकर अभ्यर्थियों से 12-12 लाख रुपये वसूले जाते थे. इसके अलावा गिरोह फर्जी पहचान पत्र बनाकर डमी अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराता था। गिरोह में शिक्षक, पुलिसकर्मी भी शामिल थे, जो अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा में शामिल हुए थे. गिरोह में शामिल सभी सदस्यों पर अलग-अलग काम की जिम्मेदारी थी.