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Rajasthan Congress में सबकुछ ठीक नहीं! ‘जयहिंद रैली’ में अशोक गहलोत और हरीश चौधरी के बीच दिखी दूरी, जानिए क्या है वजह ?

 
Rajasthan Congress में सबकुछ ठीक नहीं! ‘जयहिंद रैली’ में अशोक गहलोत और हरीश चौधरी के बीच दिखी दूरी, जानिए क्या है वजह ?

कांग्रेस की जय हिंद रैली में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्यप्रदेश प्रभारी व बायतु विधायक हरीश चौधरी के बीच दूरियां बाड़मेर-जैसलमेर की राजनीति में उभरने लगी हैं। गहलोत ने कांग्रेस से निष्कासित व हरीश चौधरी का पुरजोर विरोध करने वाले अमीन खां को बड़ा आदमी बताकर इसके संकेत दे दिए, वहीं गहलोत के करीबी रहे मेवाराम जैन की वापसी पर हरीश चौधरी ने चरित्रहीन लोगों के निष्कासन को सही फैसला बताकर उन्हें धमकाया। दोनों के बीच दूरियां भी चर्चा में रहीं। मारवाड़ अशोक गहलोत का गढ़ है। उसमें भी बाड़मेर-जैसलमेर सबसे भरोसेमंद थे। हरीश ने अब अशोक गहलोत की जमीन खिसकाना शुरू कर दिया है, जिन्होंने दो दशक पहले अपने सबसे भरोसेमंद हरीश चौधरी को यहां भेजा था। सोमवार की रैली में पायलट से नजदीकी और गहलोत से दूरी साफ नजर आई। हरीश चौधरी ने अपने भाषण में पार्टी से निष्कासित लोगों का नाम लिए बगैर कहा कि चरित्रहीन व पार्टी विरोधी लोगों को निष्कासित करने का फैसला बिल्कुल सही है। 

वापसी की कोशिश में जुटे हैं दोनों
गौरतलब है कि शिव के पूर्व विधायक अमीन खान और पूर्व विधायक मेवाराम जैन दोनों ही निष्कासित हो चुके हैं, जो वापसी की कोशिश में जुटे हैं। साथ ही हरीश चौधरी के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं। हरीश चौधरी के बाद गहलोत ने अपने संबोधन में अमीन खान को क्षेत्र का बड़ा आदमी बताते हुए संकेत दिया कि वे पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं।

पहले रूट बदला, फिर हुई सभा
उत्तरलाई रोड पर अमीन खान और मेवाराम जैन के समर्थक पार्टी नेताओं के आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन नेता रूट बदलकर सीधे सभा में पहुंच गए। इस पर यहां हरीश चौधरी मुर्दाबाद के नारे लगे। फिर वापसी में कांग्रेस नेताओं ने उत्तरलाई में अमीन खान और मेवाराम से मुलाकात की। यहां अमीन ने अपने अंदाज में सारा गुस्सा जाहिर किया।

गहलोत के आने से मेवाराम उत्साहित
सीडी कांड के चलते पार्टी से निष्कासित मेवाराम जैन पहली बार इतनी बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ नजर आए। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ यहां स्वागत की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी नेताओं ने तरीका बदल दिया। मेवाराम के अनुसार उत्तरलाई लौटते समय उन्होंने पार्टी नेताओं से मुलाकात कर अपनी बात रखी। उनके समर्थकों ने उन्हें पार्टी में वापसी के लिए ज्ञापन भी दिया है।

हमें सेना पर गर्व है- उम्मेदाराम
भारतीय सेना के समर्थन में आयोजित जय हिंद सभा में बाड़मेर की वीर नारियों का सम्मान किया गया। सम्मान के लिए मंच पर बैठे सभी नेता नीचे उतरे और वीर नारियों को प्रशस्ति पत्र व शॉल देकर सम्मानित किया। गर्मी के बावजूद पंडाल में उत्साह व उमंग का माहौल था। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि हमें सेना के पराक्रम पर गर्व है। सेना सीमा पर रक्षा के लिए डटी है, इसलिए हम चैन की नींद सोते हैं। उन्होंने कहा कि मरुस्थल के लोग सेना की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सीमावर्ती क्षेत्र में बीएडीपी योजना के तहत विकास कार्य होते थे, लेकिन मोदी सरकार बनने के बाद यह बंद हो गए हैं। पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति गलत है। देश के मुद्दों पर भाषणबाजी नहीं होनी चाहिए। पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने आभार जताया।

मंच पर भी खिंचे-खिंचे रहे
हरीश चौधरी, हेमाराम चौधरी और सचिन पायलट एक साथ बैठे थे और एक दूसरे से घुलमिल रहे थे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के बगल में बैठे थे। आमतौर पर पिछले दौरों में हरीश चौधरी और अशोक गहलोत एक साथ बैठते थे और एक दूसरे के बगल में कुर्सियों पर बैठकर बातचीत करते थे, लेकिन इस बार ऐसा देखने को नहीं मिला।