Barmer में सेना के जवान का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, अस्पताल में ली थी अंतिम सांस
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, बाड़मेर जिले के बायतु शहर गांव निवासी बीएसएफ जवान करनाराम गोदारा की 15 दिन पहले ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ गई। सोमवार रात को जवान ने अस्पताल में अंतिम सांस ली। मंगलवार को सड़क मार्ग से जवान का पार्थिव देह पैतृक गांव लाया गया। गांव अंतिम संस्कार करने के लिए बच्चे, युवा व बुजुर्गों का हुजूम उमड़ा गया। मिली जानकारी के मुताबिक बाड़मेर बायतु शहर निवासी करनाराम (48) गोदारा पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में 195वीं बीएसएफ बटालियन में हेड कांस्टेबल पद कार्यरत थे। करीब 15 दिन पहले ड्यूटी के दौरान जवान की तबीयत बिगड़ गई। जवान का प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर एमडीएम में भर्ती करवाया। वहां पर इलाज चल रहा है। सोमवार रात को अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। रात को जोधपुर एमडीएम अस्पताल में जवान ने अंतिम सांस ली। जवान के पार्थिव शरीर को मंगलवार को सड़क मार्ग से उनके गांव बायतु शहर में लाया गया।
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मंगलवार को पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव पहुंचा तो जवान के अंतिम दर्शन के लिए बच्चों, युवाओं व बुजुर्गों का हुजूम उमड़ गया। जवान के अंतिम दर्शन के लिए लोग सुबह से इंतजार कर रहे थे। जवान की अंतिम विदाई में पूरा गांव पहुंच गया स्थानीय निवासी राजेंद्र गोदारा ने बताया कि सैनिक सम्मान के साथ हेड कांस्टेबल करनाराम को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। बीएसएफ कमांडेट राजपालसिह डिप्टी कमांडेट एसबी राघवन भी मौजूद रहे। इस मौके पर मौजूद लोगों ने वंद मातरम, जय हिंद के जयकारों से गांव गुंजायमान हो गया। बेटे सवाईराम ने पिता को मुखाग्नि दी। जानकारी के मुताबिक हेड कांस्टेबल करनाराम के पिता बालाराम चौधरी भी सेना में सेवाएं दे चुके है। करनाराम के दो बेटे है। बड़ा बेटा सवाईराम (27) व दूसरे बेटे का नाम किशोर किशोर कुमार है।
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