Barmer जमीन से 250 फीट ऊंचाई पर सिवाना दुर्ग में 1000 साल पुराना तालाब, कभी सूखता नहीं
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, बाड़मेर छप्पन की पहाड़ियों पर बसे सिवाना किले का इतिहास करीब 1000 साल पुराना है। यहां किले के ऊपर जमीन से 250 फीट ऊंचाई पर बना भांडेलाव तालाब परंपरागत जलस्रोत व पुरातत्व का बेजोड़ उदाहरण है। सिवाना दुर्ग पर संवत 1077 में परमार वंश के अंतिम शासक कुंतपाल ने भांडेलाव तालाब का निर्माण करवाया था। एक तरफ पत्थरों की पक्की दीवार एवं तीन तरफ पहाड़ी है। किले के परकोटे में बसे लोग इसका उपयोग करते थे। उस समय सिवाना की आबादी करीब 1400 थी।
इसके बाद सिवाना की आबादी बढ़ने पर लोग परकोटे से बाहर बसने शुरू हो गए। जब अकाल पड़ते थे तब भी इस तालाब में पानी नहीं सूखता था, वजह ये है कि यह पहाड़ी पर स्थित है और तालाब में पानी कभी सूखता नहीं है। कई साल तक इस तालाब का पानी लोगों के पीने के काम आता है। इस बार बिपरजॉय तूफान के दौरान सिवाना में 309 एमएम बारिश हुई है। महज 3 दिन में तेज और मूसलाधार बारिश से सिवाना किले का यह तालाब लबालब भर गया है। पहाड़ियों के बीच जमीन से करीब 250 फीट की ऊंचाई पर बने इस तालाब की ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीर।
