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Banswara सीमा से अधिक राशि पर अब जिला परिषद की मुहर के बाद ही होगा काम

 
Banswara सीमा से अधिक राशि पर अब जिला परिषद की मुहर के बाद ही होगा काम

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  जनजाति विकास कोष से संचालित जनजाति भागीदारी योजना में स्वीकृति के बाद ग्राम पंचायत व पंचायत समिति की वित्तीय सीमा से अधिक लागत राशि पर जिला परिषद से मुहर लगवाई गई है। अब गढ़ी, तलवाड़ा और घाटोल क्षेत्र में दो करोड़ 45 लाख रुपए के विकास कार्य कराए जा सकेंगे। ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग के नियमानुसार ग्राम पंचायत या पंचायत समिति की ओर से प्रशासनिक स्वीकृति जारी करने के लिए अधिकतम राशि सीमा दस लाख रुपए निर्धारित है। जनजाति विकास विभाग आयुक्तालय ने जिले की गढ़ी, तलवाड़ा और घाटोल पंचायत समिति क्षेत्र में पांच कार्यों की स्वीकृति दी थी, किंतु पंचायत और पंचायत समिति की भागीदारी 30 प्रतिशत होने और इनकी वित्तीय सीमा तय होने से अनुमोदन जिला परिषद से कराया गया है। अब इन कामों को लेकर अग्रिम प्रक्रिया आरंभ होगी।

योजना में 70 प्रतिशत राशि जनजाति विकास विभाग खर्च करेगा। इनकी टीएडी से प्रशासनिक स्वीकृति जुलाई माह में जारी होने के बाद अनुमोदन के अभाव में कार्य अटका हुआ था। गढ़ी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सागवाड़िया के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, वजाखरा के खेल मैदान विकास कार्य और लोहारिया तालाब के सौन्दर्यीकरण कार्य के लिए पर 50-50 लाख रुपए व्यय होंगे। इसमें 15-15 लाख पंचायत समिति व 35-35 लाख रुपए टीएडी देगा। पंचायत समिति तलवाड़ा के तलवाड़ा मुख्यालय पर पातेला तालाब के गहरीकरण, फेसवॉल, इंटरलॉकिंग ब्लॉक निर्माण कार्य चरण प्रथम व द्वितीय पर भी 50-50 लाख रुपए व्यय होंगे। इसमें 15-15 लाख पंचायत समिति व 35-35 लाख रुपए टीएडी देगा। वहीं पंचायत समिति घाटोल की ग्राम पंचायत बिछावाड़ा के गांव कराणा में आदिवासी बस्ती के विभिन्न मार्गों पर 45 लाख रुपए की लागत के इंटरलॉकिंग सड़क कार्य के लिए पंचायत समिति 31.50 तथा शेष राशि टीएडी की ओर से दी जाएगी।

युवक ने गटका कीटनाशी, अस्पताल में मौत

बांसवाड़ा जिले के दानपुर क्षेत्र में एक युवक ने घर में ही कीटनाशी पी लिया। गंभीर हालत पर उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। मामले की दूसरे दिन रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस के अनुसार कालाखेत निवासी महिपालसिंह (21) पुत्र मानसिंह खराड़ी ने बुधवार शाम को घर में कीटनाशी पी लिया था। उसके पिता मानसिंह पुत्र नागजी खराड़ी ने रिपोर्ट देकर बताया कि शाम करीब पांच बजे वह पत्नी के साथ खेत में काम कर रहा था। घर लौटने पर उन्होंने महिपाल को औंधे मुंह पड़ा देखा। उसके मुंह से झाग निकल रहा और पास उल्टी की हुई होने से बदबू से पता चला कि उसने जहर पी लिया है। परिजनों की मदद से उसे करीबी सीएचएसी छोटी सरवन ले गए। डॉक्टर ने जांच के बाद रैफर किया तो एम्बुलेंस से एमजी अस्पताल लाए। यहां शाम सात बजे उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि महिपाल अविवाहित था। घटना के कारणों से अनभिज्ञता जताई। इस पर मर्ग दर्ज कर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपा। पुलिस घटना के कारणों को लेकर जांच में जुटी है।