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Banswara नामों के ऐलान के साथ ही मुखर हुए बगावती सुर, गढ़ी में भी असंतोष फैला

 
Banswara नामों के ऐलान के साथ ही मुखर हुए बगावती सुर, गढ़ी में भी असंतोष फैला 
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की ओर से गुरुवार को जारी सूची में बांसवाड़ा सीट से प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई। पार्टी ने यहां से पूर्व राज्यमंत्री धनसिंह रावत को मौका दिया है। उनके नाम की घोषणा के साथ समर्थकों ने उन्हें फूलमालाओं से लाद दिया। वहीं दूसरी ओर, गत चुनाव में पार्टी की हार का कारण बताते हुए उनके नाम पर विरोध व बगावत के सुर भी मुखर हो गए। गढ़ी में भी असंतोष सामने आया है। बांसवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी के नाम को लेकर पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे। टिकट की दौड़ में पूर्व राज्यमंत्री धनसिंह रावत सहित जिला परिषद सदस्य हकरू मईड़ा और राजेश कटारा सहित अन्य भी थे। पार्टी आलाकमान की ओर से सर्व सम्मति बनाने के प्रयास भी हुए, किंतु बाजी रावत के हाथ लगी। गुरुवार को जारी सूची में रावत को मौका दिया गया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने रावत को फूलमालाओं से लाद दिया और नारेबाजी भी की। गौरतलब है कि रावत 2013 में बांसवाड़ा सीट पर भाजपा से जीते थे, किंतु 2018 में टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था।

पुराने चेहरों की संभावना

पिछली बार कांग्रेस से अर्जुनसिंह बामनिया, भाजपा से हकरू मईड़ा और निर्दलीय धनसिंह रावत चुनाव मैदान में थे। कांग्रेस ने बामनिया को फिर मौका दिया है। इस बार रावत भाजपा से हैं। हकरू मईड़ा की ओर से नामांकन भरने और चुनाव लड़ने पर बांसवाड़ा सीट पर गत चुनाव में खड़े प्रमुख चेहरे ही सामने आने की संभावना है। इधर, गढ़ी सीट पर भी भाजपा में बगावती तेवर नजर आ रहे हैं। यहां पूर्व प्रधान लक्ष्मणलाल डिंडोर ने गुरुवार को निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। भाजपा ने यहां निवर्तमान विधायक कैलाश मीणा को ही पुन: टिकट दिया है।

कार्यकर्ताओं का फूटा गुस्सा

इधर, भाजपा की सूची में रावत का नाम देखते ही मईड़ा समर्थकों में रोष व्याप्त हो गया। कार्यकर्ता मईड़ा के साथ पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए। वहां रावत को टिकट देने पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए कार्यकर्ताओं का कहना था कि गत चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा की हार का कारण बने व्यक्ति को टिकट देकर कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित किया है। पांच साल तक पार्टी से बाहर रहने के बाद गत दिनों दोबारा पार्टी में लेकर टिकट देने से जमीनी कार्यकर्ताओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ हुआ है। इसे किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। कुछ कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ने की बात कहने वाले व्यक्ति को टिकट दिया है। इसका पुरजोर विरोध करते हैं और जरूरत प