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Banswara भुगतान पर लगी अघोषित रोक, आखिर किसे लगाएं धोक

 
Banswara भुगतान पर लगी अघोषित रोक, आखिर किसे लगाएं धोक
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा प्रदेश में शिक्षकों को वित्तीय वर्ष में मिलने वाले उपार्जित अवकाश के नकद भुगतान सहित विभिन्न मदों में लंबे समय से भुगतान नहीं हो रहा है। त्योहारी सीजन में अघोषित रोक के कारण शिक्षकों को भुगतान नहीं होने से आर्थिक परेशानियों से रूबरू होना पड़ रहा है। प्रदेश में पीडी मद शिक्षकों, सेवानिवृत हो चुके शिक्षकों के साथ एक वित्तीय वर्ष में मिलने वाले 15 उपार्जित अवकाश के नकद भुगतान सहित विभिन्न मदो में भुगतान लंबे समय से नहीं हो रहा है। कई कार्मिकों ने अपने विपत्र कोष कार्यालय को प्रेषित किए हैं, लेकिन लगभग दो माह से भी अधिक समय निकल जाने के पश्चात भी खाते में राशि जमा नहीं हो पाई हैं। इस कारण कार्मिकों के घरेलू कार्यों के निष्पादन में परेशानी आ रही है। इससे बांसवाड़ा सहित प्रदेश के हजारों शिक्षक परेशान हो रहे हैं।

मामले में राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेशचंद्र पुष्करणा व प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से लिखित में ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है, जिसमें नकद भुगतान पर रोक लगी हो। इसके बावजूद विभिन्न मदों की राशि खातों में जमा नहीं हो रही है। न ही कोषालयों में कार्मिकों को संतोषप्रद जवाब नहीं मिल रहा है। कोष कार्यालय में जानकारी प्राप्त करने पर विपत्र पारित बताए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर शिक्षकों की विभिन्न मदों के नकद भुगतान पर लगी अघोषित रोक हटाने, बकाया राशि व अग्रिम नकद भुगतान दिलाने की मांग की है।

इधर, आरजीएचएस के अन्तर्गत राज्यकर्मियों और पेंशनरों को अधिकृत मेडिकल स्टोर से दवाइयां नहीं मिल रही हैं। मुख्यमंत्री स्तर तक ज्ञापन भिजवाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस कारण राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों को आवश्यक दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं।वहीं राजस्थान पेंशनर समाज के अध्यक्ष फजले हुसैन टी. जेताजी ने बताया कि प्रदेश प्रतिनिधि मंडल ने अवगत कराया है कि वित्त सचिव से मिलकर 95 करोड़ का बजट जारी करवाया है। आगामी दिनों में स्थिति में सुधार हो जाएगा।