Aapka Rajasthan

Banswara कांग्रेस से दो मंत्रियों और एक निर्दलीय विधायक खड़िया का टिकट लगभग तय है

 
Banswara कांग्रेस से दो मंत्रियों और एक निर्दलीय विधायक खड़िया का टिकट लगभग तय है

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस की पहली सूची नवरात्र में 18 अक्टूबर को जारी होगी। सीएम के इस बयान के बाद दावेदारों में चिंता बढ़ गई है कि आखिर उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं। जहां हम बांसवाड़ा जिले की बात करें तो यहां पांच से दो विधानसभा सीटों का गणित उलझा हुआ है। वहीं तीन सीटों पर प्रत्याशी करीब करीब तय हैं और वो भी अशोक गहलोत खेमे से ही होंगे। इसमें सबसे पहले नंबर पर बागीदौरा विधानसभा से वर्तमान जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीसिंह मालवीया एक मात्र उम्मीदवार हैं जिनके सामने दूसरी कोई दावेदारी पेश नहीं हो पाई है। इसलिए बागीदौरा सीट तो मालवीया के पास ही हैं।

कांग्रेस की रणनीति को देखा जाए तो दूसरी पक्की सीट टीएडी राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया की बांसवाड़ा विधानसभा से तय मानी जा रही है। वे सीएम के भरोसेमंद मंत्रियों में एक हैं, लेकिन मुश्किल यह सामने है कि उनके सामने दावेदारों की फेहरिस्त लंबी है। जिसमें सरपंच जिलाध्यक्ष् अशाेक डामोर से लेकर प्रधान मनोहरलाल खड़िया तक रेस में शामिल हैं। फिर भी इनके सामने समस्या यह है कि यह स्थानीय चेहरा हो सकते हैं, लेकिन प्रभाव पूरे विधानसभा क्षेत्र तक का नहीं है। इसलिए विरोधी भी करीब करीब यहां से बामनिया की टिकट मानकर ही तैयारियों में जुट गए हैं।

रमीला खड़िया सीएम की सबसे खास निर्दलीय विधायकों में मानी जाती हैं, क्योंकि सत्ता परिवर्तन के खेल के समय रमीला ने ही उनकी काफी मदद की थी। सीएम खुद इस बात को सार्वजनिक मंच से कबूल चुके हैं। हालांकि इस बार विधायक रमीला खड़िया के विरोध में प्रत्याशियों की संख्या बड़ी है। यहां करीब करीब रमीला खड़िया दूसरी बार विधायक की प्रबल उम्मीदवार कांग्रेस से हैं। कांग्रेस आलाकमान के लिए जिले में गढ़ी और घाटोल विधानसभा की सीटें सबसे बड़ी मुश्किल बनी हुई है कारण् यह है कि यहां दावेदारी कई ज्यादा है, लेकिन चेहरा पुराने चेहरों से ज्यादा लोकप्रिय नहीं है। गढ़ी में प्रधान कांता भील का खुलेआम विरोध् चल रहा है तो घाटोल में पूर्व संसदीय सचिव नानालाल के खिलाफ खुद की ही पार्टी के लाेगों ने मोर्चा खोल रखा है।