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Banswara चिरंजीवी योजना के तहत किडनी, हृदय, फेफड़े और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण के मरीजों को राहत

 
Banswara चिरंजीवी योजना के तहत किडनी, हृदय, फेफड़े और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण के मरीजों को राहत

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े आमजन व मरीजों के लिए राहत की खबर है। किडनी, लीवर, हार्ट, लंग्स व बोनमेरो सहित का अंग प्रत्यारोपण प्रदेश सहित बाहर के किसी भी अस्पताल में कराने के लिए सरकार ने 37 पैकेज शामिल किए हैं। इन पैकेज में ऑपरेशन संबंधित जांचें हो सकेंगी। पांच लाख रुपए का इलाज बीमा और 20 लाख रुपए का खर्च सरकार द्वारा ट्रस्ट मोड में वहन किया जाएगा। गाइड लाइन में ट्रांसप्लांट कराने वाले मरीज को अस्पताल को भुगतान करना होगा। इलाज होने के 60 दिन के भीतर बिल पेश किए जाने की मियाद रखी गई है।

बिल पेश होने के बाद सरकार द्वारा राशि का पुनर्भरण किया जाएगा। योजना में रोगी व उसके एक सहयोगी के लिए राज्य से बाहर आने जाने के लिए हवाई यात्रा का भी प्रावधान किया गया है। इसमें एक लाख तक या वास्तविक व्यय राशि जो भी कम होगी, उसका भी पुनर्भरण किया जाएगा। .ऐसे मिलेगा फायदा | सीएमएचओ डॉ. एचएल ताबियार ने बताया कि योजना में ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों को प्रदेश के बाहर के बड़े अस्पतालों में जाने के लिए गठित कमेटी एनओसी जारी करेगी। जिसके आधार पर ट्रांसप्लांट से पहले की जांच, ट्रांसप्लांट डोनर सर्जरी, ट्रांसप्लांट सर्जरी, ट्रांसप्लांट ईसीएमओ, ऑपरेशन के बाद आईसीयू के बिल का पुनर्भरण होगा। तभी मरीज को राहत मिलेगी। .अति आवश्यक होने पर पैकेज राशि का 50 प्रतिशत एडवांस ले सकेंगे | विशेष व अति आवश्यक परिस्थितियों में ट्रांसप्लांट मूल्यांकन कमेटी की अनुशंसा व मुख्यमंत्री की अनुमति के बाद राजस्थान स्टेट हैल्थ इश्योरेंस एजेंसी के द्वारा रोगी के उपचार के लिए उपयुक्त पैकेज राशि की 50 प्रतिशत राशि एडवांस में दे सकेगी।

महात्मा गांधी अस्पताल में प्रतिमा पर काई जमी

बांसवाड़ा| तस्वीर जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी राजकीय अस्पताल की है। प्रवेश द्वार के ठीक सामने राष्ट्रपिता की प्रतिमा लगी है। प्रतिमा के चारों ओर फव्वारे भी हैं, लेकिन नियमित सफाई नहीं होने से प्रतिमा पर काई जम गई है और पपड़ियां उतरने लगी है। प्रतिमा को देखकर साफ पता चलता है कि कई दिनों से इसे साफ नहीं किया गया है। प्रतिमा के नीचे लिखा "हे राम' शब्द का रंग भी उड़ गया है। इस संबंध में नर्सिंग अधीक्षक दीपक भट्ट से जब बात की तो उनका जवाब हैरान करने वाला था। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को और 10 दिन पहले प्रतिमा की सफाई करवाई है। रोज सुबह एक घंटा फव्वारा चलाते हैं। तेल की पॉलिश भी करवाते हैं, जिससे प्रतिमा ज्यादा चमके। हालांकि नर्सिंग अधीक्षक के इस दावे से उलट प्रतिमा की दशा कुछ और ही स्थिति बयां करती नजर आ रही है।