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Banswara घाटोल थाना इलाके में गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाते समय गाड़ी हुई खराब

 
Banswara घाटोल थाना इलाके में गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाते समय गाड़ी हुई खराब 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, घाटोल थाना पुलिस ने मानवता का सराहनीय कार्य कर समाज के सामने एक मिसाल पेश की है. पुलिस की इसी मानवता के कारण आज जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। घाटोल थाना पुलिस की ओर से हल्की गश्त की जा रही थी. गश्त के दौरान हेड कांस्टेबल जितेंद्र कलाल और चालक शंभूलाल ड्यूटी पर थे. इस दौरान पुलिस जब पूछताछ के लिए गई तो कस्बे से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर बांसवाड़ा जयपुर रोड पर विल्वा पाड़ा के पास सड़क किनारे दोनों दरवाजे खुले हुए एक कार खड़ी दिखाई दी। उस कार में 25 वर्षीय गर्भवती महिला दुर्गा पत्नी देवीलाल बरोड़ निवासी पंचमहुड़ी दर्द से चिल्ला रही थी। उनके साथ परिवार के सदस्य मोहनलाल पुत्र धूलजी, सविता पत्नी राजेंग बारोड़ और ड्राइवर प्रभुलाल बारोड़ मौजूद थे। -पूछताछ में उसने बताया कि वह महिला को लेकर खमेरा अस्पताल जा रहा था, तभी उसकी कार अचानक रुक गई। काफी प्रयास किया लेकिन वह चालू नहीं हुआ।

-महिला का दर्द बढ़ता देख परिजन चिंतित हो रहे थे। आधी रात को मदद की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन प्रसव पीड़ा को देखते हुए पुलिस ने तुरंत महिला को गाड़ी में डाला और खमेरा अस्पताल ले जाने लगे. इसी बीच अस्पताल के मुख्य गेट पर पहुंचते ही महिला ने पुलिस वाहन में ही बेटी को जन्म दे दिया. पुलिस ने डॉक्टरों को बुलाया और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया।

कोरोना काल में भी प्लाज्मा दान किया

गौरतलब है कि हेड कांस्टेबल जितेंद्र कलाल मानवीय कार्यों में हमेशा आगे रहते हैं. उनका सरल स्वभाव आम लोगों और पुलिस विभाग के लिए मिसाल बना हुआ है. कोरोना की वैश्विक महामारी के दौरान जब जिले की एक महिला के फेफड़ों में 90 फीसदी कोरोना संक्रमण फैल चुका था, तब जितेंद्र कलाल ने साहस दिखाया. सूचना पर जिले से करीब 250 किमी. दूर बड़ौदा जाकर प्लाज्मा डोनेट किया था.