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Banswara और लीलवानी के पावर हाउस में बिजली उत्पादन बढ़ा, 3.5 करोड़ यूनिट के पार

 
Banswara और लीलवानी के पावर हाउस में बिजली उत्पादन बढ़ा, 3.5 करोड़ यूनिट के पार

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  जिले में बारिश के दूसरे बड़े दौर से माही बांध में लगातार पानी की आवक के चलते पन बिजलीघरों में उत्पादन ने गति मिली है। रतलाम रोड से सटे पावर हाउस और लीलवानी में अब तक साढ़े तीन करोड़ यूनिट से ज्यादा बिजली बनाई जा रही है। राजस्थान बिजली उत्पादन निगम के अनुसार रतलाम रोड से सटे पावर हाउस में 25-25 मेगावाट की दो इकाइयां और उधर लीलवानी में 45-45 मेगावाट की दो में से एक इकाई से बिजली उत्पादन जारी है। निगम के अधिशासी अभियंता सुजीत जैन ने बताया कि अगस्त के पहले दौर में पीएच-वन में सवा करोड़ यूनिट के करीब बिजली बनने के बाद बारिश का सिलसिला थम गया। फिर मशीनें 15 सितंबर से चालू हुईं। इसके चलते बीते चार दिन में उत्पादन में उछाल आने से यहां अब तक करीब 1.80 करोड़ यूनिट बिजली बनाई गई। उधर, लीलवानी में पानी की पहुंच कम कम होने और अन्य कारणों से मशीनें कम चलीं।

लीलवानी पावर हाउस के सहायक अभियंता विवेक सुथार ने बताया कि शनिवार को माही लबालब होने के बाद एलएमसी से पानी की आवक के साथ बिजली उत्पादन में इजाफा किया गया, लेकिन कागदी से तीन किलोमीटर की दूसरी पर स्टील का ब्रीज टूटने के कारण जल संसाधन विभाग ने पानी कम देना शुरू किया। इसके बाद आसपास के नदी-नालों से भी नहर में पानी आने के कारण 800-1000 क्यूसेक पानी ही दिया गया। इस बीच, प्रसारण निगम के जीएसएस पर फाल्ट से भी जनरेशन प्रभावित रहा। अब 1000 क्यूसेक पानी मिलने से एक मशीन चार-पांच घंटे चलाना संभव हो रहा है। इससे अब तक 1.87 करोड़ यूनिट बिजली बनी है। अब जल संसाधन विभाग से अब पानी बढ़ाने के संकेत मिले हैं, जिससे उत्पादन में और इजाफा होगा।

बांसवाड़ा के मुकाबले करीब दुगुनी क्षमता के लीलवानी के पन बिजलीघर में पिछले साल एलएमसी से मानसून सत्र में नियमित पानी मिलता रहा। नतीजे में अप्रैल,22 से मार्च,23 तक का बिजली उत्पादन का आंकड़ा सात करोड़ से ज्यादा यूनिट रहा। वर्ष 2010 से 2023 तक 13 साल में यह उत्पादन सर्वाधिक रहा। इस बार माही डेम के गेट खोलने से पहले पावर हाउस को पानी देने से अगस्त में आशातीत बिजली उत्पादन हुआ, लेकिन इसके बाद बारिश थमने से अंतराल आ गया। अब सितंबर में चार-पांच दिनों से फिर बरसात और पानी की आवक से बिजली उत्पादन बढ़ा है। लीलवानी के लिए पानी बढ़ाने के लिए जल संसाधन विभाग से समन्वय कर रहे हैं।