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Banswara 164 कॉलेज में से बॉस्केट बॉल महिला वर्ग और तीरंदाजी में 86% रहे आउट

 
Banswara 164 कॉलेज में से बॉस्केट बॉल महिला वर्ग और तीरंदाजी में 86% रहे आउट

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  प्रदेश सरकार खेलकूद पर पूरा फोकस रहा। खेलकूद को हर स्तर पर महत्व दिया जा रहा है। खिलाड़ियों को मैदान के साथ ही सरकारी सेवाओं सहित अन्य क्षेत्रों में भी वरीयता मिल रही है। पर, गोविंद गुरु जनजातीय विश्व विद्यालय से संबंद्धता प्राप्त कॉलेज संचालक और स्टूडेंट्स खेलकूद के मामले में सबकुछ समझते हुए फिसड्डी बने हुए हैं। सोमवार से न्यू लुक कॉलेज, लोधा में प्रारंभ हुई महिला बास्केट बॉल और तीरंदाजी महिला एवं पुरुष वर्ग के मुकाबले में ऐेसे ही हालात सामने आए। यहां विवि के तहत संचालित 164 कॉलेज में से महज 7 बॉस्केट बॉल और 15 तीरंदाजी के मुकाबले के लिए पहुंचे। यदि दोनों खेल में पहुंची कुल टीम की संख्या देेंगे तो यह सिर्फ 22 रही। वहीं कुल सरकारी एवं निजी कॉलेजों की तुलना में यह संख्या 15 प्रतिशत भी नहीं है। वहीं जिलेवार बांत करें तो बांसवाड़ा की 12, डूंगरपुर की 9 व प्रतापगढ़ जिले में संचालित कॉलेज में से सिर्फ एक अीम शामिल हुई। ऐसे में शिक्षा के साथ ही खेलकूद व अन्य सुविधाओं का दावा करने वाले सरकारी एवं निजी कॉलेजों की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न लग रहा है।

बांसवाड़ा-डूंगरपुर व प्रतापगढ़ तीनों ही जनजाति बाहुल्य जिले हैं। जनजाति वर्ग तीरंदाजी के लिए पहचाना जाता है। परंपरागत खेल होने के बावजूद इसमें महज 15 टीम आईं। इससे साफ है कि साधन-सुविधाएं नहीं मिलने के कारण भी खिलाड़ी आगे नहीं आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस खेल के उपकरण महंगे हैं। वहीं कबड्डी, खो-खो जैसे खेल जिसमें खेल उपकरण की आवश्यकता नहीं होती टीमों की संख्या अच्छी रहती है। गुरु जनजातीय विवि के खेलकूद कैलेंडर में 14 खेलों का स्थान दिया गया है। इसमें खास बात यह है कि इस बार सभी खेलों में छात्र व छात्रा दो अलग-अलग वर्ग में मुकाबले तय किए गए हैं। इसमें एथेलेटिक्स, बेडमिन्टन, बास्केटबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल, हैंडबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, लॉन टेनिस,शतरंज, टेबल टेनिस, तीरंदाजी, वॉलीबॉल में पुरुष और महिला वर्ग शामिल हैं।

200 रुपए प्रति विद्यार्थी

एग्जाम शुल्क के साथ ही खेलकूद मद में विवि की ओर से प्रति स्टूडेंट 200 रुपए लिए जाते हैं। इससे विवि अंतर महाविद्यालय स्तरीय खेलकूद करवाता है। इसके साथ ही यहां उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर विवि स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता और इससे भी आगे खेलने का अवसर मिलता है। खेलों में अवसर के साथ ही वरीयता भी मिल रही है। इसके बाद भी स्टूडेंट्स की ओर से खेलों में आगे नहीं आना चिंताजनक है।