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Banswara चिरंजीवी योजना से केसू को मिला सहारा, मुफ्त इलाज से है खुश

 
Banswara चिरंजीवी योजना से केसू को मिला सहारा, मुफ्त इलाज से है खुश

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा के श्यामपुरा निवासी केसु मईड़ा अपनी बेटी से मिलने जाते समय बाइक से गिर गए। गिरते ही उनके कंधे के पास हंसली में फ्रैक्चर हो गया। केसू मईड़ा के भाई कांति मईड़ा ने बताया कि केसू पीपलवा अपनी बेटी के घर जा रहा था, इसी दौरान बारिश के कारण गिर गया. गिरते ही उसकी हड्डी टूट गयी. उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्हें एक परिचित ने बताया कि शहर के जयपुर लिंक रोड स्थित जील हॉस्पिटल में चिरंजीवी योजना के तहत मुफ्त इलाज उपलब्ध है. इस पर वह केसू को वहां ले गया। जहां जन आधार कार्ड के माध्यम से पंजीयन कराकर उन्हें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल किया गया। जहां मंगलवार को केसू का ऑपरेशन किया गया. केसू अभी भी स्वस्थ हैं. कांति मैडा ने बताया कि उनका पूरा परिवार खेती पर आधारित है. ऐसे में उनके पास फिलहाल कैश भी नहीं था. अभी खेती का समय है. ऐसे में परिवार भी कुछ तनाव में आ गया.

लेकिन, अस्पताल आने के बाद एक भी रुपया खर्च नहीं हुआ. इससे बड़ी राहत मिली है. उन्होंने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद दिया है. पहली बार काम आया, अब पता चला चिरंजीवी को बड़ा फायदा कांति मेड़ा ने बताया कि उन्होंने चिरंजीवी योजना का नाम सुना था क्योंकि उनके परिवार को महंगाई राहत शिविर में रजिस्ट्रेशन कराते समय इसकी जानकारी दी गई थी. लेकिन, इससे निजी अस्पतालों को फायदा मिलेगा या नहीं, इस पर संशय बना हुआ था. लेकिन भाई के एक्सीडेंट के बाद जब वह निजी अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि जन आधार कार्ड दिखाने पर ही लाभ आसानी से मिल जाता है। जब उनसे पूछा गया कि आप चिरंजीवी योजना के बारे में और क्या जानते हैं तो उन्होंने कहा कि यहां आकर उन्हें पता चला कि बांसवाड़ा के एक अस्पताल में हृदय रोग का इलाज भी मुफ्त किया जाता है.

शिक्षक भर्ती में बाहर की डिग्री वालों की जांच की मांग

गोदावाड़ा में 3 दिन से बिजली गुल होने से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर जल गया। रात्रि में जहरीले साप-बिच्छूृ के निकलने का डर सता रहा है। वहीं, मच्छरों के आतंक से रात में सोना दूभर हो गया है। बांसवाड़ा| रीट संघर्ष समिति की ओर से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बाहर से डिग्री लाने और यहां पंजीकरण नहीं करने वालों को शिक्षक भर्ती से बाहर करने की मांग की गई है। जिलाध्यक्ष रविंद्र राज ने बताया कि चयनित अभ्यर्थी का मूल निवास प्रमाण पत्र 19 जनवरी के बाद होने के कारण अपात्र घोषित किया जा रहा है, उसे पात्र घोषित किया जाए। दूसरे राज्य से एक-एक लाख में खरीद कर डिग्री लाई जा रही है, जिसपर यूनिवर्सिटी की मान्यता भी नहीं हैं। इसकी जांच की जाए। इस दौरान खातुराम, अश्विन गरासिया, महेश सहित अभ्यर्थी शामिल रहे।