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Banswara की देवनारायण आवासीय योजना में पानी की आपूर्ति अपर्याप्त

 
Banswara की देवनारायण आवासीय योजना में पानी की आपूर्ति अपर्याप्त

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, जगपुरा क्षेत्र के रानपुर स्थित देवनारायण पशुपालक एकीकृत आवास योजना के निवासियों ने विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए कोटा विकास प्राधिकरण सचिव कुशाल कोठारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उप महापौर पवन मीना के नेतृत्व में निवासियों ने विभिन्न समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की है। मीना ने बताया कि कॉलोनी में सुबह-शाम मात्र 10-10 मिनट ही जलापूर्ति हो रही है, जबकि कम से कम 2-2 घंटे जलापूर्ति होनी चाहिए। निवासियों को स्वयं के खर्चे पर पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है, गोबर गैस प्लांट पिछले 2 माह से बंद पड़ा है, जिससे सड़कें व नालियां अवरुद्ध हैं और बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।

खुले ट्रांसफार्मर निवासियों व मवेशियों के लिए खतरा बने हुए हैं। देवनारायण योजना की अध्यक्ष किरण लांगड़ी ने बताया कि कॉलोनी में सामुदायिक स्वास्थ्य भवन व पशु चिकित्सालय बनकर तैयार है, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण निवासियों को स्वयं के खर्चे पर डॉक्टर बुलाने पड़ रहे हैं। बगीचों में एक भी पेड़-पौधा नहीं लगाया गया है, जिससे हरियाली की कमी हो रही है। रोटेसरा दूध डेयरी प्लांट चालू होने के बावजूद कॉलोनी के पशुपालकों से दूध नहीं ले रहा है, जिससे उन्हें दूध बेचने के लिए कोटा शहर जाना पड़ता है और प्रति चक्कर 200-300 रुपए का अतिरिक्त व्यय होता है। डेयरी प्लांट और नगर विकास प्राधिकरण के बीच हुए समझौते के तहत 50 पैसे प्रति अतिरिक्त फैट के हिसाब से दूध लेने का प्रावधान है, लेकिन इसकी पालना नहीं हो रही है।

कॉलोनी में लोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं कॉलोनी में 700-800 परिवार निवास करते हैं, जिनकी जनसंख्या 3000-3500 है, लेकिन इनके पास राशन कार्ड नहीं है। निवासियों ने इन परिवारों को राशन कार्ड में दर्ज करने और रानपुर थाना क्षेत्र में एंबुलेंस की व्यवस्था करने की मांग की है, ताकि आपातकालीन स्थिति में परेशानी न हो। ज्ञापन में उप महापौर पवन मीना ने निवासियों की समस्याओं का संज्ञान लेकर तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि आमजन में सरकार के प्रति विश्वास बना रहे। इस अवसर पर पार्षद धनराज चेंची, सोनू भील, आवास योजना अध्यक्ष किरण लांगड़ी, उपाध्यक्ष भागचंद, श्रवण गुर्जर, उमरा गुर्जर, सत्तू गुर्जर, जीवराज गुर्जर सहित अन्य पशुपालक मौजूद थे।