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Banswara हाईवे किनारे अवैध कब्जा, दुर्घटना और मौत का डर, जिम्मेदार लापरवाह

 
Banswara हाईवे किनारे अवैध कब्जा, दुर्घटना और मौत का डर, जिम्मेदार लापरवाह

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा जिले से गुजरते निंबाहेड़ा-दाहोद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 56 के किनारे मनमाने तरीके से कब्जे कर निर्माण जानलेवा होते प्रतीत हो रहे हैं। सडक़ हादसों के अंदेशों और सेंटर से 40 मीटर तक निर्माण निषेध के बावजूद लोग दुकानों और घरों का धड़ल्ले निर्माण करवा रहे हैं। कब्जे हटाने और मार्ग सुरक्षित करने के लिए जिम्मेदार सार्वजनिक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग के के अफसर बेपरवाह हैं।

राजमार्ग के सेंटर से 40 मीटर दाएं-बाएं यानी करीब 132 फीट के दायरे में कोई निर्माण नहीं हो सकते। बांसवाड़ा जिले में एनएच 56 का करीब साठ किलोमीटर का हिस्सा खंड बांसवाड़ा जबकि पाड़ी से आगे एनएचए, गोधरा के अधीन है। इधर, प्रतापगढ़ की ओर रुख करें, तो तेजपुर, सुरपुर में जीएसएस के सामने और आगे घाटोल तक कई जगह अतिक्रमण कर निर्माण किए गए हैं। यहां सालभर पहले दुकानों का निर्माण शुरू होते ही प्रशासन और नेशनल हाईवे के अधिकारियों को लिखित शिकायतें हुईं। ग्रामीणों ने यहां वाहनों के दिन-रात आवाजाही के बीच एक तरफ जीएसएस और कुछ दूरी पर पुल होने से दुर्घटनाएं बढऩे की आशंका जताते हुए प्रशासन से भी बगैर राजमार्ग की अनुमति के हो रहे निर्माण रोकने का आग्रह किया।

फिर परिवाद इधर से उधर डोलते रहे और एनएच के अधिकारियों ने सुध नहीं ली। अतिक्रमी फिर बढ़ते रहे और कई जगह जो अस्थायी कब्जे थे, उन्होंने पक्के निर्माण का रूप ले लिया। चिह्ति किए थे सवा सौ से ज्यादा अतिक्रमण विभागीय सूत्रों ने इतना ही बताया कि सालभर पहले एनएच 56 पर 117 जगह अतिक्रमण चिह्नित किए थे। इसके बाद भी सूची और अपडेट होना शेष रही। काबिज लोगों को नोटिस जारी किए गए, लेकिन ज्यादातर ने नोटिस को तवज्जो नहीं दी। उसके बाद कुछ अस्थायी अतिक्रमण हटाए गए, लेकिन पक्के निर्माण हटाना मुुमकिन नहीं हुआ ।