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Banswara डबल इंजन की सरकार में रेल चलेगी तो विकास को पंख लगेंगे

 
Banswara डबल इंजन की सरकार में रेल चलेगी तो विकास को पंख लगेंगे

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने के साथ ही राजस्थान में डबल इंजिन की सरकार बन गई है। नई सरकार से जनता को कई उम्मीदें हैं और दक्षिणांचल का बांसवाड़ा जिला भी कई आस बांधे हुए हैं। इसमें सबसे प्रमुख आस डबल इंजिन की सरकार में बांसवाड़ा को रेल लाइन से जोड़ने की है। बांसवाड़ा के रेल लाइन से जुड़ने पर यहां विकास को पंख लग जाएंगे।प्रदेश में जनजाति बहुल बांसवाड़ा जिला आजादी के बाद से अब तक रेल सेवा से वंचित है। कई बार जिले को रेल से जोड़ने के सर्वे हुए। लागत और आय की गणित में यह सर्वे फाइलों में दफन हो गए। अंतत: केंद्र में यूपीए शासन के दौरान 2011 में बांसवाड़ा को रेल से जोड़ने के लिए डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल परियोजना स्वीकृत हुई। केंद्र व राज्य के साझे में इस परियोजना के लिए तत्कालीन राज्य सरकार ने पहली किस्त के रूप में 200 करोड़ भी दे दिए थे। इसके बाद प्रदेश में सत्ता बदली और राज्य सरकार की उदासीनता से यह परियोजना ठप हो गई। बांसवाड़ा में खुले कार्यालयों पर ताले लग गए और परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई।

188.85 किलोमीटर लम्बी इस परियोजना के लिए 2011 में रेलवे बोर्ड और राजस्थान सरकार के मध्य भूमि की लागत को छोड़कर 50-50 प्रतिशत की भागीदारी के साथ कार्य आरंभ करने का समझौता हुआ था। राज्य सरकार को इसके लिए नि:शुल्क भूमि भी मुहैया कराई जानी थी। डी-फ्रीजिंग की मंजूरी के पश्चात राजस्थान सरकार की ओर से अधिग्रहित भूमि बोर्ड को सौंपे जाने तक रेलवे संशोधित अनुमान लागत राशि की 50 प्रतिशत सीमा तक राशि व्यय करेगा। वर्तमान में बांसवाड़ा के पूर्वी और पश्चिमी छोर पर रतलाम और डूंगरपुर से ब्रॉडगेज लाइन हैं। बांसवाड़ा के रेल सेवा से जुड़ने पर बांसवाड़ा जिला रेल लाइन से सीधे अहमदाबाद और रतलाम से जुड़ जाएगा। इससे राजस्थान सहित गुजरात, मध्य प्रदेश का जनजाति क्षेत्र लाभान्वित होगा। रोज़गार के लिए आने जाने वाले श्रमिकों के साथ ही व्यापारियों और उद्यमियों को भी इसका लाभ मिलेगा। आवागमन का संसाधन बढ़ने से औद्योगिक इकाइयों की स्थापना सहित पर्यटन आदि के क्षेत्र में भी विकास की उम्मीदों को पंख लगेंगे।

जिलेवासियों की मांग और सांसद कनकमल कटारा सहित अन्य जन प्रतिनिधियों की पैरवी पर रेल मंत्रालय ने डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल लाइन का कार्य शुरू करने के लिए परियोजना को पहले डी-फ्रीज किया और कार्य आरंभ करने की हरी झण्डी दी। रेलवे बोर्ड ने गत मई माह में डी-फ्रीजिंग की मंजूरी दी। इसके बाद आंबापुरा-कुंडला क्षेत्र में इसका कार्य भी आरंभ हुआ। हालांकि अभी यह मंथर गति से चल रहा है। अब प्रदेश में भी भाजपा सरकार बनने से उम्मीद है कि जिले में रेल परियोजना के कार्य को गति मिलेगी और आने वाले वर्षों में यहां भी इंजिन की सीटी बजेगी।