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Banswara जिले में तेजस्विनी प्रबुद्ध सम्मेलन में सेकड़ो महिलाओं ने लिया हिस्सा

 
Banswara जिले में तेजस्विनी प्रबुद्ध सम्मेलन में सेकड़ो महिलाओं ने लिया हिस्सा 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, रविवार को तेजस्विनी प्रबुद्ध महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में वक्ताओं ने भारतीय महिला दर्शन, महिलाओं की स्थानीय समस्याएं, स्थिति एवं समाधान, देश के विकास में महिलाओं की भूमिका विषय पर अपने विचार व्यक्त किये। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से 1500 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। राष्ट्र सेविका समिति एवं महिला समन्वय द्वारा आयोजित प्रबुद्ध महिला सम्मेलन में वक्ताओं ने नारी शक्ति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका है. जो देश के बालक-बालिकाओं को बचपन से ही संस्कार और शिक्षा देकर देश का बेहतर नागरिक बनाता है। सम्मेलन के प्रथम सत्र में रत्ना अय्यर एवं डॉ. सरला पंड्या ने नारी के स्व से लेकर सृजन तक के अंतर्निहित गुणों पर चर्चा की।

आयोजन समिति संयोजक निशा जोशी ने प्रबुद्ध महिला सम्मेलन के आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। वहीं मुख्य वक्ता गुजरात की अदिति धर्मराज कट्यारे ने अपने संदेश में कहा कि भारतीय दर्शन सर्वोत्तम दर्शन है. जिसमें स्त्री-पुरुष समान रूप से ब्रह्मतत्व से उत्पन्न होते हैं। बताया कि भारतीय चिंतन में नारी का उच्च स्थान है। तेजस्विनी प्रबुद्ध सम्मेलन में अतिथि। सम्मेलन में महिलाओं की वर्तमान स्थिति, समस्याओं एवं समाधान पर चर्चा की गयी. चर्चा सत्र में धर्म परिवर्तन की समस्या, महिला सुरक्षा का मुद्दा, महिला सशक्तिकरण के लिए कानूनों की जानकारी, महिलाओं की आत्मरक्षा और समाज की सुरक्षा, जातिवाद का जहर, बुद्धिजीवियों की महिलाओं द्वारा अधिक स्वतंत्रता और कम मूल्य देना शामिल था। , स्कूलों में संस्कृत और संस्कृत की पढ़ाई। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत चर्चा के बिंदु रहे।