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वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 पेपर लीक मामले में टीचर जबराराम जाट ने खोले चौंकाने वाले राज

 
वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 पेपर लीक मामले में टीचर जबराराम जाट ने खोले चौंकाने वाले राज

वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 (फॉरेस्ट गार्ड) पेपर लीक मामले में पकड़े गए सरकारी शिक्षक जबराराम जाट ने पुलिस पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच अधिकारी बताते हैं कि जबराराम इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड था और उसने पेपर लीक की साजिश में अहम भूमिका निभाई।

सूत्रों के अनुसार, जाट ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह अखबारों और मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए पेपर लीक की खबरों पर नजर रखता था। उसकी योजना इस प्रकार की खबरों से प्रेरित होकर और करोड़ों की कमाई के लालच में बनाई गई थी। उसने कहा कि उसे पेपर लीक के जरिए होने वाले लाभ का अंदाजा था और इसी कारण उसने इसे मास्टरमाइंड के रूप में अंजाम दिया।

जांच अधिकारियों ने बताया कि जाट के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अब तक पूछताछ में यह सामने आया है कि पेपर लीक नेटवर्क में और भी लोग शामिल थे, जिन्हें ट्रेस करने का काम जारी है। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले में सरकारी परीक्षा की निष्पक्षता को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया गया और इस तरह के घटनाक्रम से शिक्षा प्रणाली और भर्ती प्रक्रिया पर प्रश्नचिह्न लगते हैं।

जाट के खुलासे से यह भी संकेत मिले हैं कि पेपर लीक नेटवर्क काफी संगठित था और इसमें धन के लालच के चलते कई लोग शामिल हो गए। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इस नेटवर्क का दायरा कितने अन्य परीक्षाओं और अधिकारियों तक फैला हुआ था।

शिक्षा और भर्ती प्रणाली में विश्वास बनाए रखने के लिए पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां मामले की तेजी से गहन जांच कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों का इसमें हाथ पाया जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस खुलासे ने परीक्षा प्रक्रिया और सरकारी भर्ती में होने वाले भ्रष्टाचार की गंभीरता को फिर से उजागर कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों से न केवल सरकारी भर्ती की विश्वसनीयता प्रभावित होती है, बल्कि योग्य उम्मीदवारों का भविष्य भी खतरे में पड़ता है।