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Banswara शहर में 10 गुना बढ़ा आई फ्लू, नजरों से गायब हुई रौशनी

 
Banswara शहर में 10 गुना बढ़ा आई फ्लू, नजरों से गायब हुई रौशनी
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा आई फ्लू के संक्रमण से बाजार में आई ड्रॉप की एकाएक कमी देखने को मिल रही है। संक्रमण बढऩे से आई ड्रॉप की बढ़ी डिमांड ने सप्लाई चेन को प्रभावित कर दिया है। बाजार में खपत की 50 फीसदी दवा ही उपलब्ध है। बीते 15 दिन में आई फ्लू संक्रमण ने हजारों की संख्या में लोगों को प्रभावित किया है। इस संक्रमण से प्रभावित हो रोजाना 500 से अधिक मरीज निजी और सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। बीते 14 दिनों में तकरीबन सात हजार से अधिक मरीज अस्पताल पहुंच चुके हैं। सिर्फ महात्मा गांधी चिकित्सालय की बात करें तो बीते 14 दिन में आंखों की ओपीडी में 1550 मरीज उपचार के लिए पहुंचे। जबकि इमरजेंसी सेवा में पहुंचे वाले मरीजों की संख्या अलग है। जिला परियोजना समन्वयक मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना डॉ प्रवीण गुप्ता ने बताया कि बीते कुछ दिनों में आई फ्लू के संक्रमण की दवा की डिमांड तेजी से बढ़ी है। पूर्व की तुलना में डिमांड में 10 गुना इजाफा देखने को मिला। बढ़ी मांग को लेकर ऑर्डर डाल दिया है। अभी सप्लाई बाधित नहीं है।

अचानक बीमारी बढऩे से सप्लाई में दिक्कत

बांसवाड़ा जिला केमिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष और दवाओं के थोक व्यापारी पवन शाह बताते हैं कि बीमारी में अचानक आई तेजी से दवा की मांग बीते 10-15 दिनों में तेजी से बढ़ी है। चूंकि पूर्व में इतनी खपत नहीं थी। इस बार खपत अधिक होने से 50 फीसदी सप्लाई ही हो रही है। आई ड्रॉप 50 रुपए से लेकर 200 रुपए तक में उपलब्ध है। व्डिमांड भेज दी है आगामी एक दो दिन में सप्लाई हो जाएगी। आजाद चौक डिस्पेंसरी के डॉ निलेश परमार बताते हैं कि उनके पास रोजाना तकरीबन 150 मरीज सिर्फ आई फ्लू से संक्रमित हो पहुंच रहे हैं।

बीते वर्ष में भी आई फ्लू का संक्रमण रहा है। लेकिन इस वर्ष संक्रमण कई गुना अधिक है। मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव और नमी वायरस के लिए काफी मुफीद होती है। इस कारण संक्रमण काफी तेजी से पनपता है। । नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ हरीश लालवानी बताते हैं कि आई फ्लू यदि मामूली है तो 3 से 4 दिन में ठीक होता है। यदि स्थिति बहुत ही गंभीर हो गई है खून जम गया है तो 15 दिन भी ठीक होने में लग रहे हैं। एहतियात बरतना जरूरी है। मरीज के रूमाल, तौलिया आदि उपयोग की गई वस्तुओं को छूने से ये संक्रमण फैलता है। इसलिए संक्रमित व्यक्ति की वस्तुओं को उपयोग नहीं करें।