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Banswara बच्चों के लिए दूध तैयार करने और बर्तन साफ करने वालों का मानदेय 2000 करने की मांग

 
Banswara बच्चों के लिए दूध तैयार करने और बर्तन साफ करने वालों का मानदेय 2000 करने की मांग

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ ने बुधवार को बाल गोपाल योजना के तहत सरकारी स्कूलों में दूध वितरण का मामला उठाया। प्रांतीय महासचिव राजेश शर्मा ने कहा कि चुनावी वर्ष में सरकार आम जनता समेत सभी वर्गों को महंगाई से राहत देने में जुटी है. वहीं, महंगाई के इस दौर में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत विद्यार्थियों को दूध तैयार करने की मजदूरी मात्र 17 रुपये प्रतिदिन मध्याह्न भोजन विभाग द्वारा निर्धारित की गई है. ऐसे में स्कूलों में दूध तैयार कर बांटने और बर्तन साफ करने वाले रसोइये नहीं मिल रहे हैं.

ऐसे में बच्चों को खाना खिलाने के लिए शिक्षकों को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. इस समस्या के समाधान के लिए राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजकर स्कूलों में दूध तैयार करने वाले कर्मियों का मानदेय 500 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये प्रतिमाह करने की मांग की है. पिछले सत्र से कक्षा पहली से आठवीं तक के स्कूली विद्यार्थियों को सप्ताह में मंगलवार, शुक्रवार और उसके बाद बुधवार और शुक्रवार को पाउडर वाला दूध दिया जाता था। दूध तैयार करने, बांटने और बर्तन साफ करने वाले के लिए 500 रुपये की मजदूरी तय की गई.

अभी एक जुलाई से सभी स्कूलों में सप्ताह में प्रतिदिन दूध का वितरण किया जा रहा है, लेकिन मध्याह्न भोजन विभाग की ओर से उक्त रसोइया का मानदेय नहीं बढ़ाया गया है. ऐसे में जिस व्यक्ति पर 100 से 500 बच्चों की जिम्मेदारी हो, उसके लिए मात्र 500 रुपये का मानदेय रखना अन्याय है. इतनी कम रकम में स्कूलों को दूध बनाने वाली मशीनें नहीं मिल रही हैं। पोषाहार बनाने वाली महिलाओं को समझा-बुझाकर जैसे-तैसे दूध बनाकर बच्चों को पिलाना पड़ता है।