Banswara पुलिस के सामने कारोबारी से तमंचे के बल पर 4 लाख रुपये लूटे
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, नकली नोटों के सप्लायरों को पकड़ने गई पुलिस के सामने ही लूट की घटना हुई. बदमाशों ने पुलिस को गन प्वाइंट पर लेकर कारोबारी से 4 लाख रुपये लूट लिए. लूट का शिकार हुआ व्यवसायी गिरोह को पकड़वाने में मदद के लिए फर्जी ग्राहक बनकर पुलिस के पास गया था. घटना डूंगरपुर के सेंडोला इलाके की है. बहरहाल, पीड़िता ने बांसवाड़ा के दानपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
कुशलगढ़ डिप्टी रूप सिंह ने बताया कि 29 दिसंबर को छोटी सरवन, दानपुर बांसवाड़ा निवासी सुरेंद्र कलाल (35) ने मामला दर्ज कराया था। सुरेंद्र ने बताया कि 16 दिसंबर की शाम साढ़े पांच बजे वह अपनी ऑटो पार्ट्स की दुकान पर बैठा था। इसी बीच उसके तीन दोस्त धनेश, राकेश पटेल और दिलीप आ गए। उन्होंने कहा- लक्ष्मीपुरा डूंगरपुर में ताजेंग पटेल नाम का युवक एक पार्टी से 4 लाख रुपए के असली नोटों के बदले 12 लाख रुपए के नकली नोट ले रहा है। दिलीप ने सैंपल के तौर पर सुरेंद्र को 500 रुपये का नकली नोट दिया. बोले- कोशिश करके देखो, ये एक नमूना है.
इसके बाद वह नकली नोट लेकर शराब की दुकान पर गया और चला गया। वह अपने दोस्तों की बातों पर विश्वास करता था। नकली नोटों के इस गिरोह को पकड़ने के लिए सुरेंद्र ने 17 दिसंबर को पुलिस की विशेष शाखा (डीएसटी) से संपर्क किया. उसने पुलिस को पूरी घटना बताई और फर्जी ग्राहक बनने को भी तैयार हो गया. पूरी घटना को गुपचुप तरीके से अंजाम देना पड़ा. 19 दिसंबर को ताजेंग पटेल ने डील पक्की करने के लिए उन्हें फोन किया।
डील के लिए कॉल आते ही सुरेंद्र ने डीएसटी प्रभारी सुरेश बिजारनिया को सूचना दी। बिजारनिया ने कहा- वे किसी अपराधी को पकड़ने गए हैं। मुझे अपने साथ ले चलो, वहाँ अकेले मत जाना। इसके बाद सुरेंद्र चार लाख रुपये लेकर धनेश और ताजेंग के साथ चला गया। रास्ते में डीएसटी प्रभारी सुरेश बिजारनिया और एक पुलिसकर्मी जितेंद्र को भी साथ ले लिया। उसे देखकर ताजेंग ने कहा- यह कौन है? तब सुरेंद्र ने बताया कि वे मेरे दोस्त हैं और साथ चलेंगे. दोनों सिविल ड्रेस में थे इसलिए किसी को कोई शक नहीं हुआ.