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Banswara 216 सहकारी समितियां अब होंगी हाईटेक, मिलेंगी 300 प्रकार की सुविधाएं

 
Banswara 216 सहकारी समितियां अब होंगी हाईटेक, मिलेंगी 300 प्रकार की सुविधाएं

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  प्रदेशमें सहकारिता की अहम कड़ी सहकारी समितियों के सदस्य किसानों के लिए ऋण की प्रक्रिया ऑनलाइन है। इसके अतिरिक्त समस्त कार्य ऑफलाइन ही किए जाते हैं। इन समितियों को आधुनिकीकरण की धारा से जोडऩे और किसानों को अधिक सहूलियत देने के उद्देश्य से समितियों को दिशा दी जा रही है। इसके लिए जिले की समस्त सहकारी समितियां (लैम्पस) को ऑनलाइन करने को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है। बांसवाड़ा जिले की 216 लैम्पस के साथ ही प्रतापगढ़ की 13 समितियों का आधुनिकीकरण कर ऑनलाइन किया जाएगा।

इन सुविधा के सक्रिय होने के बाद किसानों और आमजन को काफी सुविधाएं मिलेंगी। क्योंकि समस्त समितियों के ऑनलाइन हो जाने के बाद इनमें 300 से अधिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। समितियों को सीएससी (कॉमन सविज़्स सेंटर) की तरह विकसित किया जाएगा। यह कार्य पैक्स कम्प्यूटराइजेशन योजना के तहत पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। योजना के तहत जिले की 224 समितियों की एफएचआर पूरी हो गई है। यानी की 224 लैम्पस का डेटा संकलित कर लिया है। अगले स्टेप में एफईआर किया जा रहा है। इसके तहत 43 समितियों का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसके बाद सॉफ्टवेयर बनाकर समितियों का डेटा ऑनलाइन किया जाएगा। जिससे समितियों के लेखाजोखा सहित समस्त प्रकार के कार्यों की निगरानी भी सहज हो सकेगी।

ये सुविधाएं बढेंगी

समितियों के ऑनलाइन हो जाने के बाद 300 प्रकार की सुविधा ली जा सकेंगी। इसमें बिल भुगतान प्रणाली, सिविल, ई-रिचाजज़्, बिजली बिल भुगतान, गैस बुकिंग, स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं (दवा और स्वास्थ्य उत्पाद बिक्री), बीमा का नवीनीकरण, पैन काडज़् आवेदन, फास्ट टैग सेवाएं, लोन और ईएमआई संग्रह, पासपोर्ट आवेदन सहित कई जरूरी सेवाएं शुरू हो जाएंगी। बांसवाड़ा की समस्त और प्रतापगढ़ की 13 समितियों को ऑनलाइन करने की कवायद शुरू कर दी गई। जिले से दो समितियों गढ़ी और चंदूजी का गढ़ा को लाइव के लिए भेजा भी जा चुका है। समितियों के ऑनलाइन हो जाने से लोगों को काफी सहूलियत होगी।