Banswara अब 398 नहीं, सिर्फ शहर के 266 केंद्रों पर मिलेंगी 121 तरह की दवाएं
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा गांव-गांव, ढांणी-ढांणी दवा उपलब्ध कराने की सरकार की मंशा को अभी अल्प विराम लग गया है। चूंकि सभी हेल्थ वेलनेस सेंटर पर 121 प्रकार की दवाओं की उपलब्धता पर रोक लगा दी गई है। कुछ सप्ताह पूर्व ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने समस्त हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर्स पर 121 प्रकार की दवाओं की उपलब्धता के आदेश दिए थे। अब इसे वापस ले लिए हैं। विभाग की ओर से जारी नए आदेश के तहत कुछ ही हेल्थ वेलनेस सेंटर पर ही दवा उपलब्ध होगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एवं अध्यक्ष आरएमएससी की ओर से जारी किए गए आदेश में ऐसे उपस्वास्थ्य केंद्र जो हेल्थ वेलनेस सेंटर पर परिवर्तित नहीं हुए हैं अथवा जहां सीएचओ पदस्थापित नहीं हैं वहां दवा उपलब्धता पर रोक लगाई है।
इसमें प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि ऐसे उप स्वास्थ्य केंद्रों पर पूर्व से ही उपलब्ध 50 औषधियों के अतिरिक्त आवश्यक दवा सूची एवं निरोगी राजस्थान दवा सूची में शामिल अन्य कोई औषधी उपलब्ध नहीं कराएं। जिले में संचालित 398 हेल्थ वेलनेस सेंटर्स में सभी में सीएचओ पदस्थापित नहीं हैं। नए आदेश के तहत 121 प्रकार की दवाएं उन्हीं सेंटर्स पर उपलब्ध होंगी, जहां सीएचओ कार्यरत हैं। इस कारण जिले में तकरीबन 132 सेंटर्स 121 प्रकार की दवाओं से वंचित रहेंगे। इन सेंटर्स पर पूर्व की भांति 50 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होंगी।
35 गांवों की सड़कों का शिलान्यास हुआ
बांसवाड़ा. प्रदेश में 1514 राजस्व गांवों में सड़क सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से 2422 करोड़ रुपए की राशि के कार्यों को शिलान्यास सोमवार को किया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा किए गए इस शिलान्यास के तहत बांसवाड़ा में भी चार विधानसभा क्षेत्र में 72.50 किलोमीटर की सड़क का भी शिलान्यास किया गया। 3349.25 लाख रुपए की लागत की बनाई जाने वाली इन सड़कों से जिले के 35 गांव लाभांवित होंगे। सोमवार को कलक्ट्रेट परिसर स्थित वीसी कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुडकर टीएडीमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया, जिला कलक्टर प्रकाशचन्द्र शर्मा, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोविन्द सिंह राणावत, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता उदयसिंह जोरवाल, अधीक्षण अभियन्ता संदीप चेलावत, तपन मेघावत सहित सार्वजनिक निर्माण विभाग के अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे। इस अवसर पर टीएडी मंत्री बामनिया ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिले के लिए शिलान्यास सड़क कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण करें।