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Banswara वैदिक गुरुकुल में अब तक न संबद्धता मिली, न समकक्ष, अटके हैं दाखिले

 
Banswara वैदिक गुरुकुल में अब तक न संबद्धता मिली, न समकक्ष, अटके हैं दाखिले

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  वैदिक गुरुकुल में प्रवेश अटक गए हैं। क्योंकि अब तक यह तय नहीं हुआ है कि गुरुकुल के लिए सम्बद्धता लेनी होगी या नहीं ? गोविंद गुरु जनजातीय विश्व विद्यालय के तहत प्रस्तावित होने के कारण यदि सम्बद्धता नहीं भी ली जाए तो समकक्षता तय होना तो अनिवार्य है, जिससे यहां से पढ़कर निकलने वाले स्टूडेंट्स की डिग्री को मान्यता मिल सके। पर, यह समक्षकता कौन देगा ? संस्कृत शिक्षा विभाग या अन्य विभाग से जारी होगी। इसे लेकर भी उलझन है। विश्व विद्यालय स्तर पर पत्रावलियां चल रही हैं, जिसका अब तक कोई सार्थक परिणाम नहीं आया है। इसके चलते वरीयता सूची जारी होने के बाद भी प्रवेश रुके हुए हैं। नया शिक्षा सत्र प्रारंभ हुए करीब दो माह हो चुके हैं। ऐसे में चयनित स्टूडेंट्स व पेरेेट्स प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने एवं पढ़ाई शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। पर, अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है। सरकारी स्तर पर घोषणा के बाद बजट आवंटन तक कर दिया गया है। समक्षकता के विषय में पहले क्यों नहीं सोचा गया ? प्रोसेस पूरा किए बिना जल्दी बाजी क्यों की गई ?

इधर, जनजाति वर्ग के बच्चे वैदिक शिक्षा ग्रहण करने को आगे आ रहे हैं। गोविंद गुरु जनजातीय विश्व विद्यालय की ओर से प्रस्तावित वैदिक गुरुकुल में कुल 50 सीटों में से 45 पर जनजातीय वर्ग के विद्यार्थियों को प्रवेश मिला है। क्योंकि सामान्य वर्ग के साथ ही ओबीसी के स्टूडेंट्स ने इसमे रुझान नहीं दिखाया। इस कारण इस वर्ग की सीटों पर नियमानुसार अन्य वर्ग के कैंडीडेट्स को प्रवेश दिया गया, जिस पर एसटी वर्ग के बच्चों को मौका मिला है। सामान्य वर्ग के सिर्फ एक और ओबीसी वर्ग के 4 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिया है। कक्षा 6 में यहां प्रवेशित बच्चों को आवासीय व्यवस्था के अंतर्गत अध्यापन करवाया जाएगा। विवि के अंतर्गत संचालित होने के कारण गुरुकुल को सम्बद्धता की कोई जरूरत नहीं। पर, समकक्षता होना जरूरी है। इसके लिए पूरी फाइल का अध्ययन कर संबंधित विभागों को पत्र लिखा है। जल्द ही प्रोसेस पूरा कर प्रवेश पूरे करेंगे। 

भवन का भी इंतजार

गुरुकुल के लिए भवन निर्माण कार्य भी अब तक शुरू नहीं हुआ है। गत दिन राज्यपाल के हाथों इसका उदघाटन करवाया गया था। इधर, भवन निर्माण होने तक इसका संचालन विवि परिसर बड़वी में किया जाना प्रस्तावित है।

अनारक्षित 23 सीट: 2 ओबीसी, 1 सामान्य, 1 एससी और 19 सीटों पर एसटी वर्ग के स्टूडेंट्स को प्रवेश मिला है।

ओबीसी की 11 सीट: 2 ओबीसी, 1 एससी और 8 सीटों पर एसटी

अनुसूचित जाति 8 सीट: सभी एसटी कैंडीडेटस से भरी गईं।

अनुसूचित जनजाति 6 सीट: सभी पर एसटी कैंडीडेट्स को प्रवेश।

विशेष पिछड़ा वर्ग 2 सीटें: दोनों पर एसटी वर्ग को प्रवेश