Aapka Rajasthan

Banswara ट्राइबल समिति के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में विद्युत उपलब्धता बढ़ाने की मांग की

 
आखिर क्या है अंक '56' से मुख्यमंत्री और ब्यूरोक्रेसी कनेक्शन, जानें सिंहासन का छप्पनी योग

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, राजस्थान जनजाति विकास समिति के अध्यक्ष गोपीराम अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर राज्य में रात्रिकालीन बिजली की उपलब्धता बढ़ाने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भेजे पत्र में कहा कि राजस्थान राज्य में भूमि का क्षेत्रफल देश की जनसंख्या के अनुपात से दोगुना है। जिससे सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन में वृद्धि हुई है।

लेकिन कोयले की कमी के कारण रात में बिजली की उपलब्धता कम रहती है. यही मुख्य कारण है कि रात की खपत के लिए औसतन 10 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदनी पड़ती है. बांसवाड़ा जिले का माही बांध का डूब क्षेत्र 144 किमी है। समुद्र तल से 320 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस जलमग्न क्षेत्र के चारों ओर पहाड़ी क्षेत्र है। जिससे इस क्षेत्र में एक टीएमसी से पांच टीएमसी क्षमता के तालाब और जल विद्युत उत्पादन गृह बनाकर रात में बिजली उत्पादन 500 मेगावाट तक बढ़ाया जा सकता है. जिसकी लागत एक रुपये प्रति यूनिट से भी कम होगी. इसके लिए सौर ऊर्जा से उत्पन्न सस्ती बिजली का उपयोग करके माही बांध से दिन में पानी उठाना होगा और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बने तालाबों को पाइप के माध्यम से भरना होगा।