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Banswara बच्चों में निमोनिया पर नियंत्रण के लिए चलेगा सांस अभियान, फरवरी तक लास्ट

 
Banswara बच्चों में निमोनिया पर नियंत्रण के लिए चलेगा सांस अभियान, फरवरी तक लास्ट 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा नवजात बच्चों की निमोनिया से मृत्यु दर को कम करने के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा सांस अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के कार्मिक जमीनी स्तर पर निमोनिया से बचाव के लिए जागरूकता लाएंगे। अभियान नंवबर से फरवरी माह तक चलाया जाएगा। कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं आरसीएचओ डॉ राहुल डिंडोर ने बताया कि स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली द्वारा प्रकाशित आंकडों के अनुरूप बच्चों में होने वाली मौतों में 5.3 फीसदी सिर्फ निमोनिया से हो जाती है। जिसे 3 फीसदी से कम करने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए निमोनिया नियंत्रण का विशेष कार्यक्रम सांस अभियान चलाया जा रहा है। सांस अभियान यानि सोशल अवयरनेस एंड एक्शन ऑफ न्यूट्रीलाइज पीनोम्यूनिया है।

अभियान के तहत निमोनिया ग्रसित बच्चों को आशा के माध्यम से इलाज करवाया जाएगा। साथ ही स्तनपान को बढ़ावा देना और आयु अनुसार पुरक आहार के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास किए जाएंगे। डॉ राहुल डिंडोर ने बताया कि जिलेभर में शक्ति दिवस का आयोजन भी मंगलवार हुआ। इस दौरान स्कूलों में आयरन की गुलाबी और नीली गोलियों का सेवन करवाया गया। उन्होंने बताया कि कक्षा पांच तक के बच्चों को गुलाबी गोली और कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों को नीली गोली दी गई। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर 6 माह से 59 माह तक के बच्चों की माताओं को भी अनीमिया की जानकारी दी गई। साथ ही आयरन सिरप के साथ ही अच्छे पोषण के बारे में जानकारी दी गई। यहां पर 6 माह से 59 माह तक के बच्चों को आयरन सिरप दिया गया और स्कूल नहीं जाने वाले 5 से 9 वर्ष तक के बच्चों को गोली दी गई।

पेंटिंग में कॅरिअर बनाने के लिए प्रेरित किया

पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बांसवाड़ा में प्राचार्य उमाशंकर विजय के नेतृत्व में 21st सेंचुरी लर्निंग एंड कम्युनिकेशन स्किल के तहत "पेंटिंग एक विषय के रूप में व्याख्यान हुआ। इसमें न्यू लूक गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य सुशील कुमार सोमपुरा ने विद्या​ि​र्थयों को पेंटिंग के क्षेत्र में कॅरिअर बनाने के लिए प्रेरित किया। सोमपुरा ने पेंटिंग के क्षेत्र में कॅरिअर की बढ़ती संभावनाओं से भी अवगत कराया। साथ ही विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में रुचि उत्पन्न करने व सर्वांगीण विकास में कला के महत्व पर प्रकाश डाला।