Banswara फूड प्वाइजनिंग के चलते उल्टी-दस्त से दो दिनों में दो भाइयों समेत तीन की मौत
22 अगस्त को रमेश के दूसरे बेटे 25 वर्षीय अरविंद भाभोर को चक्कर आया और डायरिया से उसकी मौत हो गई। 23 अगस्त को जब राजमल गांगड़तलाई के एक निजी अस्पताल में इलाज करवाकर घर जा रहा था, तभी अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और रास्ते में उसकी मौत हो गई. रमेश के तीसरे बेटे महेंद्र ने बताया कि तीनों भाई एक माह के लिए छान गांव में मजदूरी करने गए थे। 23 अगस्त को घर आने के बाद रमेश के सबसे छोटे बेटे महेंद्र को भी उल्टी-दस्त हो गयी. हालांकि पीएचसी सल्लोपाट में इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार है। डॉ. भगत तम्बोलिया से पूछने पर उन्होंने बताया कि फूड प्वाइजनिंग के बाद उन्हें उल्टी दस्त हो गई होगी, इसलिए उनकी मौत हो गई है. उधर, झेर मोती गांव का महेश पुत्र मदिया कलारा मजदूरी करने के लिए बड़ौदा गया था। उल्टी-दस्त के इलाज के लिए उसे झालोद ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
टेंपो और बाइक की भिड़ंत में युवक की मौत
गनोड़ा| मोटागांव के पास रणछोड़राय मंिदर मोड़ पर शुक्रवार देरशाम टेंपो और बाइक की आमने सामने िभड़ंत में बाइक सवार 21 वर्षीय हीरालाल पुत्र प्रभुलाल की मौत हो गई, जबकि उसके चचेरे भाई विक्रम व परमेश के पैर टूट गए। टक्कर इतनी भयंकर थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए। बाइक सवार तीनों चचेरे भाई पीपलिया से सलाड़िया जा रहे थे। हादसे के बाद 108 एंबुलेंस को फोन किया। 108 कर्मी रमेश रावल व उसकी टीम घायलों को गनोड़ा सीएचसी ले गए, जहां से बांसवाड़ा रैफर कर दिया। विक्रम और परमेश अभी अस्पताल में भती हैं। बाद में टेंपो चालक का पता नहीं चला।