Banswara सुरवानिया बांध ओवरफ्लो, युवाओं ने 3 से 6 फीट तक खोले गेट
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित सुरवानिया डेम लबालब हो गया। रविवार को भी बांध के 10 गेट 6-6 फीट खुले रहे। पर, इससे पहले गेट समय पर खोलने को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां पानी की आवक को देखते हुए साढ़े 8 बजे 10 गेट करीब 3-3 फीट खोले गए थे। इसके कुछ ही देर बाद पानी की आवक बढ़ गई और कुछ ही देर में बांध के दोनों छोर के ऊपर से पानी निकलने लगा। मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं होने से मौजूद बेलदार घबरा गया। क्योंकि पानी लगातार बढ़ रहा था और ऊपरी हिस्से तक पहुंच चुका था। पास ही गांव के धनपुरा के युवा गेट देखने पहुंचे उन्होंने बांध के ऊपर से पानी निकलते देखा तो अनहोनी की आशंका में आगे बढ़े और बेलदार शंकरलाल बामनिया से कारण पूछा।
बेलदार ने बताया कि गेट अभी 3-3 फीट खुले हैं यदि इन्हें ज्यादा खोल दिया जाए तो खतरा टल सकता है। अलर्ट के बावजूद यहां एक भी अधिकारी की तैनातगी नहीं होना बड़ी लापरवाही है। दौरान धनपुरा के दिलीप कटारा, अरविंद कटारा, गणेश कटारा, कालू मईड़ा, राजू मईड़ा, लक्ष्मण कटारा ने बताया कि उन्होंने बेलदार की मदद की और सभी ने मिलकर सभी गेट को बारी-बारी से 3 फीट से बढ़ाकर 6 फीट किया गया। डेम पर सिर्फ बेलदार शंकरलाल ही था। कोई अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था। रविवार सुबह डेम पर धनपुरा के ग्रामीण पहुंचे और कनिष्ठ अभियंता हर्षवर्धन सिंह के सामने आक्रोश जताया। इधर, समाजसेवी यशपाल कटारा ने आरोप लगाया कि डेम सिर्फ बेलदार के हवाले छोड़ा जा रहा है। यहां भारी बारिश की चेतावनी के बाद भी डेम पर कोई अधिकारी उपस्थित नहीं होता है। इससे डेम का खतरा है।
ड्यूटी लगा रखी है
कार्यवाहक सहायक अभियंता रामरख ने कहा कि सभी गेट समय पर खोले गए। सुरवानिया डेम पर कनिष्ठ अभियंता हर्षवर्धन सिंह, रिटायर्ड मिस्त्री बसंतलाल कलाल, हरीश की लगा रखा है। रात में ड्यूटी पर आवश्यकता होने पर बसंतलाल कलाल पहुंच जाते हैं। स्टाफ की कमी के चलते प्राइवेट बेलदार शंकर बामनिया को लगा रखा है, जो रात को ड्यूटी करता है।