Banswara माध्यमिक स्तर के शिक्षण में डिजिटल का तड़का, विद्यार्थी कर रहे तैयारी
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा राजकीय विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त होने या अनुपिस्थति के बाद भी अब विद्यार्थी कक्षाओं में खाली बैठेंगे और न ही शरारत कर पाएंगे। जिले में राजकीय विद्यालयों में कक्षा नौवीं से 12वीं के विद्यार्थियों को स्मार्ट कक्षाओं में वीडियो के माध्यम से अध्यापन कराया जा रहा है। समग्र शिक्षा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक सुशील कुमार जैन ने बताया कि जिले के 454 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् की ओर से 4 टीबी हार्ड डिस्क भिजवाई गई है। हार्ड डिस्क में कक्षा 9 से 12 तक के समस्त विषयों के अध्यापन सम्बन्धित वीडियो हैं। स्कूल की स्मार्ट क्लास अथवा कम्प्यूटर लैब में लगे स्मार्ट टीवी के माध्यम से बच्चों को अध्यापन कराएंगे। हार्ड डिस्क को स्कूलों में वितरित कर दिया गया है।
परिणाम उन्नयन में मदद
स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद होने अथवा किसी के लम्बे अवकाश पर जाने से पाठ्यक्रम समय पर पूरा नहीं हो पाता है। कई बार शिक्षकों के रिक्त पद के चलते स्कूल में तालाबंदी जैसे हालात हो जाते हैं। इससे अध्यापन बाधित होने के साथ परीक्षा परिणाम में भी गिरावट आती है। इन समस्याओं से निजात पाने करीब 3 माह पूर्व मिशन स्टार्ट की शुरूआत हुई थी। इसके तहत कम्प्यूटर लैब एवं विभिन्न डिजिटल संसाधनों के माध्यम से दक्ष शिक्षकों की ओर से ई-कटेंट उपलब्ध कराए गए हैं। ताकि परीक्षा परिणाम उन्नयन में मदद मिल सके।
बनेगा टाइम टेबल
जिले में ई-क्लास के लिए प्रत्येक शुक्रवार को साप्ताहिक समय सारणी बनाई जाएगी। इसके विषय के आधार पर कक्षा का आयोजन पूर्व में ही तय हो जाएगा। नोटिस बोर्ड पर चस्पा होने वाली समय सारिणी में विषयवार डिजिटल संसाधन से पढ़ाई संबंधी जानकारी दे दी जाएगी। इसके लिए स्कूलों में इन्टरनेट की सुविधा की जिम्मेदारी संस्था प्रधान की तय की है। इधर, कार्यक्रम अधिकारी पंकज कुमार मेहता ने बताया कि 217 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट बोर्ड स्थापित किए जा चुके हैं।