Banswara कर्मी नौकरी पर नहीं फिर भी विभाग ने बना दिया ग्रेड वन फॉर्मासिस्ट
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा कोई औषधी नियंत्रक अधिकारी (डीसीओ), किसी ने नौकरी ज्वाइन ही नहीं की तो किसी ने नौकरी छोड़ भी दी। लेकिन चिकित्सा विभाग ने सभी को फॉर्मासिस्ट ग्रेड वन पर पदोन्नत कर दिया। सिर्फ यही नहीं हाल ही में जारी पदोन्नत सूची में ऐसी तमाम खांमियां सामने आई हैं। इससे स्पष्ट होता है कि विभाग ने बिना होमवर्क किए आनन फानन सूची जारी कर दी। अंतिम सूची जारी करने से पूर्व डेफर लिस्ट भी जारी नहीं की गई।
गौरतलब है कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत फॉर्मासिस्ट की पदोन्नती को लेकर जारी सूची में ढेरों गलतियां सामने आई हैं। नौकरी में न होने के बाद भी ग्रेड प्रथम लेवल फॉर्मासिस्ट पद पर प्रमोट कर दिया गया है। इससे प्रदेश के कार्मिकों में बेहद रोष है। प्रदेश में तकरीबन 2600 से अधिक फॉर्मासिस्ट में 817 को वरीयता के आधार पर पदोन्नति देनी थी। विभाग ने 31 जुलाई को 429 कार्मिकों की अंतिम वरीयता सूची जारी कर दी। सूची में खामियों और शेष 388 कार्मिकों को सूची में शामिल करने को लेकर फॉर्मासिस्ट राजस्थान फॉर्मासिस्ट कर्मचारी संघ (एकीकृत) के बैनर तले सोमवार को स्वास्थ्य भवन पहुंचे और अधिकारियों से चर्चा की।
817 कार्मिकों को वरीयता के आधार पर देनी है पदोन्नती
429 फॉर्मासिस्ट की जारी की सूची
388 रह रहे शेष
2600 से अधिक फॉर्मासिस्ट प्रदेश में कार्यरत
93 फॉर्मासिस्ट के पद बांसवाड़ा में
78 पद फॉर्मासिस्ट के रिक्त हैं बांसवाड़ा जिले में
पूरे 817 पदों की सूची जारी न करना
सूची में वरीयता का ध्यान नहीं रखना
योग्य कार्मिक का नाम हटा देना
डेफर लिस्ट जारी न करना
पदोन्नती में आरक्षण नियमों को नजरअंदाज करना
रिक्त स्थान पर किसी कैंडिडेट का समावेशित कर देना
सीटों के वर्गीकरण से पूर्व सूची जारी करना सरीखी अन्य कई खामियां