Banswara संस्कार भारती का नटराज पूजन महोत्सव मनाया
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, संस्कार भारती बांसवाड़ा द्वारा सनातनी रिश्तों और गुरु-शिष्य परंपरा के महत्व को प्रचारित करने के लिए बड़ा रामद्वारा में नटराज पूजन उत्सव मनाया गया। इस महोत्सव में वागड़ के प्रख्यात संगीत गुरु गजेंद्र प्रसाद पंड्या को कला गुरु सम्मान में श्रीफल, माला, शॉल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मीनाक्षी पंड्या को भी माला और शॉल देकर सम्मानित किया गया। रैना नागर और उनके शिष्य शुभम कंसारा ने संगीतमय प्रस्तुतियां दीं। पं. पंकज त्रिवेदी ने तबले पर संगत की। नटराज पूजन उत्सव की मुख्य अतिथि विद्या भारती जनजाति राजस्थान की अध्यक्ष जयंती भट्ट ने कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा सनातन संस्कृति का मूल है, जिस पर संपूर्ण सनातन संस्कृति की नींव टिकी हुई है।
भगवान कृष्ण हों, भगवान श्रीराम हों, विवेकानंद हों या शिवाजी महाराज, सभी ने अपने गुरु की सेवा कर और उनसे शिक्षा प्राप्त कर देश और समाज जीवन में अपना योगदान दिया। वरिष्ठ साहित्यकार एवं जीजीटीयू के कुलगीत लेखक हरीश आचार्य ने कहा कि जब तक गुरु की कृपा न हो, हमारे ज्ञान के द्वार नहीं खुलते। कला गुरु गजेंद्र प्रसाद पंड्या ने अपनी संगीत यात्रा की जानकारी दी। युवा तीरंदाज मानस मेनारिया का भी सम्मान किया गया। नटराज पूजन उत्सव में संस्कार भारती बांसवाड़ा की नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की गई।
जिसमें अध्यक्ष बोरी के कला निर्देशक वासुदेव सूत्रधार, उपाध्यक्ष नाट्य कलाकार एवं साहित्यकार दीपिका दीक्षित, संगीत कलाकार कल्पना मेहता, महामंत्री युवा चित्रकार आशीष शर्मा, मंत्री चित्रकार डॉ. भारती पहाड़िया, संगीत कलाकार हरगोविंद भावसार, कोष प्रमुख वरिष्ठ चित्रकार शिवशंकर वैष्णव को बनाया गया। अतिथियों का स्वागत प्रदेश मंत्री संदीप पंड्या, दिव्य प्रसाद शर्मा, आशीष शर्मा, रंजीता शर्मा, वीणा देवी, रीना शर्मा, वंदना कृष्णकांत त्रिवेदी, सौरभ सोलंकी ने किया। संस्कार भारती चित्तौड़ प्रांत के प्रदेश महामंत्री सतीश आचार्य एवं निवर्तमान अध्यक्ष राकेश भट्ट ने आभार जताया।
