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Banswara पीएम कुसुम योजना के बदले नियम, राज्य के 1.5 लाख किसानों पर असर

 
Banswara पीएम कुसुम योजना के बदले नियम, राज्य के 1.5 लाख किसानों पर असर
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान पीएम कुसुम के तहत कम क्षमता के सोलर पंप लगाने की अनुमति न मिलने का सीधा असर प्रदेश के तकरीबन 1.55 लाख किसानों पर पड़ता नजर आ रहा है। नियम में बदलाव से लक्ष्य पूरे करने में मशक्कत करनी पड़ सकती है। इस वर्ष केंद्र सरकार की ओर से 7.5 हार्स पॉवर और 10 हॉर्स पावर लगाने की अनुमति दी गई है। पूर्व में 3.5 हॉर्स पावर और 5 हॉर्स पावर मोटर के पंप लगाने की भी अनुमति दी जाती थी।

अधिक हॉर्स पावर की मोटर लगाने के कारण छोटे किसानों को दिक्कत उठानी पड़ सकती है। बांसवाड़ा संभाग के तीनों जिलों बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ में किसानों के पास खेती भूमि कम है। सूत्रों के अनुसार बांसवाड़ा में 80 से 85 फीसदी किसान सीमांत किसान हैं। करीब 8 फीसदी किसानों के पास अधिक कृषि भूमि है। लुघ किसान 10-12 फीसदी हैं। ऐसे में अधिक हॉर्स पावर की सोलर मोटर लगाना उनके लिए व्यर्थ समान ही है। इससे उन पर आर्थिक भार भी अधिक पड़ेगा।

ट्राइबल एरिया में दिक्कत हो सकती है। प्रदेश में 7.5 और 10 हॉर्स पावर सोलर पंप के लिए तकरीबन 70 फीसदी आवेदन आते हैं। नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय की ओर से दो तरह की दरों की ही अनुमति दी है। इसको लेकर अन्य प्रदेशों में समस्या आ रही है। कम दरों के लिए निर्देश का इंतजार है।  80 फीसदी सीमांत किसानों के पास जमीन कम है। यहां किसान को 7.5 और 10 हॉर्स पावर सोलर पंप की आवश्यकता नहीं है। इससे किसान पर आर्थिक भार भी पड़ेगा। बेहतर होगा यदि किसान की आवश्यकता और पानी की उपलब्धता के अनुरूप सोलर पंप लगाए जाएं।