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Banswara नगर परिषद की टीम चाइनीज मांझे को लेकर सतर्क, कार्रवाई जारी

 
'सावधान ' जयपुर में धारदार मांझे से पतंग उड़ाते पकड़े गए तो होगी एक महीने की जेल, पुलिस हुई सख्त 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा मकर संक्रांति को लेकर जिला प्रशासन ने 30 दिसंबर 2022 को आदेश जारी किए थे. ऐसे में नगर परिषद ने चीनी नाविकों की तलाश में इलाके में छापेमारी शुरू कर दी है. बुधवार को परिषद की टीम ने गांधी प्रतिमा से अभियान की शुरुआत की. इसके बाद चंद्रपोल गेट, पिपली चौक, आजाद चौक, पाला ब्रिज और नई आबादी इलाके में छापेमारी की गई.

इस दौरान टीम को चाइनीज मांझा तो नहीं मिला, लेकिन 50 किलो पॉलीथिन जब्त कर ली। खास बात यह है कि जिन इलाकों में परिषद की टीम ने छापेमारी की है, वहां नगर परिषद के आसपास आजाद चौक, पैलेस रोड, पाला और गांधी मूर्ति स्थित दुकानों से चाइनीज मांझा खरीदा गया है. इससे साफ है कि दुकानदार परिषद की आंखों में धूल झोंककर मांझा बेच रहे हैं। जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है और जीवन के लिए भी ख़तरा है. प्रतिबंधित मांझे पर प्रतिबंध के कारण दुकानदारों ने इसे दुकानों से हटा दिया है. ऐसे में विश्वसनीय ग्राहक होने पर वे चाइनीज मांझा मुहैया करा रहे हैं, जिसे सड़कों पर ले जाकर दूसरी जगह रख दिया जाता है।

प्रतिबंध के कारण मांझे का रेट भी बढ़ गया है. 500 रुपए में मिलने वाला मांझा का बंडल अब 600 से 800 रुपए में मिल रहा है। दुकानदार से चाइनीज कटोरी लेने के लिए वह पहले उसे दुकान के पास वाली गली में ले गया,कुछ देर इंतजार करने को कहा। इसके कुछ देर बाद वह अपने बैग में मांझा लेकर आया। 800 रुपए का रेट बताओ, कम करने पर उसने कहा कि इसमें रिस्क बहुत है, इसलिए वह इसे सामने नहीं रखता और मांझा 800 रुपए में ही बेच दिया।

पैलेस रोड पर थोड़ी दूरी पर स्थित एक दुकानदार से भी संपर्क किया। पहले तो वह मांझा होने से इनकार करता रहा, फिर आश्वासन देने पर कहा कि रात में फोन करूंगा। रात करीब साढ़े नौ बजे उसके फोन करने पर जब दुकान पर पहुंची तो वहां पहले से ही एक अन्य युवक स्कूल बैग लेकर खड़ा था। जिन्होंने टीम को क्लीयर करते हुए 600 रुपए बताए। इसके बाद कीमत कम करने का ऑफर देकर 550 रुपए में मांझा दे दिया। जब बरेली से अच्छा इंडियन मांझा लाने को कहा तो दुकानदारों ने साफ मना कर दिया।