Aapka Rajasthan

Banswara राज्यपाल मिश्र ने कहा- शिक्षा ही सशक्त लोकतंत्र का प्रमुख आधार

 
Banswara राज्यपाल मिश्र ने कहा- शिक्षा ही सशक्त लोकतंत्र का प्रमुख आधार
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि हमारा संविधान एक ग्रंथ नहीं, अपितु भारतीय जीवन दर्शन का प्रतिबिंब और वैश्विक दस्तावेज है। संविधान से भारत का लोकतंत्र सबल है। सशक्त लोकतंत्र का आधार शिक्षा है। शिक्षा का लक्ष्य ज्ञान के प्रति समर्पण होना चाहिए। इसी से सुनहरे भविष्य की राह प्रशस्त होगी। राज्यपाल ने यह उद्गार मंगलवार को गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय में संविधान पार्क व मुख्य द्वार के लोकार्पण, गोविंद गुरु की प्रतिमा के अनावरण व अकादमिक भवन की आधारशिला रखने के बाद आयोजित समारोह में व्यक्त किए। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षित समाज ही तेजी से विकास करता है। उच्च शिक्षा की सार्थकता यही है कि वह विद्यर्थियों को कौशल विकास, रोजगारपरक और तकनीकी शिक्षा दे, जो उनमें स्वाभिमान, आत्मविश्वास जगाए। जिससे वे भविष्य में रोजगार सृजक की भूमिका निभा सकें। राज्यपाल ने गोविंद गुरु को व्यक्ति नहीं, अपितु एक संस्था, युग प्रवर्तक, आदिवासी समाज में जागरुकता की क्रांति लाने वाला अग्रदूत निरूपित किया। उन्होंने आदिवासियों को संगठित कर आत्मविश्वास जगाया। शिक्षा, धर्म आदि के प्रति जागरूक किया। नशे व अन्य बुराइयां छोड़ने को प्रेरित करने के साथ आजादी के लिए आदिवासी स्वाभिमान की रक्षा के लिए आंदोलन किया। कैंपस में उनकी प्रतिमा शिक्षा की अलख जगाने के साथ मार्गदर्शन देती रहेगी।

समारोह में जनजाति विकास राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया ने कहा कि विवि के अन्तर्गत वेद विद्यापीठ है। लोढ़ी काशी व वेदविज्ञ होने से यहां अध्यात्मिक गतिविधियां होती हैं। इन्हें निरंतर बनाए रखें। आदिवासी संस्कृति पर पीएचडी सहित पर्यावरण, वानिकी जैसे विषयों के पाठ्यक्रम शुरू हों। जनजाति विकास विभाग सहयोग के लिए तत्पर रहेगा। सांसद कनकमल कटारा ने अंचल के धार्मिक, सामाजिक, अध्यात्मिक महत्व का उल्लेख कर कहा कि यहां की भूमि राष्ट्रधर्म की साधक रही है।

उन्होंने साढ़े छह प्रतिशत पृथक से आरक्षण की पैरवी करते हुए कहा कि वागड़-कांठल से भी युवा बड़े प्रशासनिक अधिकारी बनें। उन्होंने खेल मैदान विकास के लिए दस लाख रुपए की घोषणा की। समारोह में संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन, आईजी एस. परिमला, जिला कलक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा, पुलिस अधीक्षक अभिजीतसिंह, विभिन्न संकायों के डीन, आचार्य, विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, बॉम सदस्य सहित बीएड प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे। कुलपति ने राज्यपाल, मंत्री व सांसद को स्मृति चिह्न प्रदान किए। संचालन प्रो. नरेंद्र पानेरी ने किया। आभार कुलसचिव आरपी अग्रवाल ने व्यक्त किया। मिश्र ने सामाजिक विषमता दूर करने के साथ विवि को आदिवासी कला व संस्कृति का संरक्षण करने, वेद विद्यापीठ के माध्यम से वेद विज्ञों का सम्मेलन करने, स्थानीय संसाधनों का विवि व छात्र हित में दोहन करने आदि सुझाव देते हुए कहा कि वही शिक्षा सार्थक है जो विद्यार्थी के विकास की संवाहक हो। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. केएस ठाकुर ने विवि के विकास का रोडमैप व प्रतिवेदन प्रस्तुत कर अब तक हुए कार्यों और आगामी गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी।