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Banswara जीजीटीयू शुरू नहीं कर सका डिजिटल लाइब्रेरी, चिंता का विषय

 
Banswara जीजीटीयू शुरू नहीं कर सका डिजिटल लाइब्रेरी, चिंता का विषय 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय (जीजीटीयू) में डिजिटल लाइब्रेरी शुरू करने की मांग जारी है। जीजीटीयू की लाइब्रेरी में पर्याप्त किताबें उपलब्ध नहीं हैं और छात्र डिजिटल लाइब्रेरी की तलाश में हैं। हालांकि, शनिवार को विश्वविद्यालय में आयोजित संवाद कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति के शामिल होने के बाद छात्रों में उम्मीद जगी है कि आने वाले समय में उन्हें ई-लाइब्रेरी की सुविधा भी मिलेगी. डिजिटल लाइब्रेरी के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर पर प्रयास शुरू कर दिये हैं. इसके लिए एक कमरा आवंटित करने का भी प्रस्ताव है. जीजीटीयू में यदि डिजिटल लाइब्रेरी, ई-कंटेंट, ई-लाइब्रेरी को फोकस में रखकर विद्यार्थियों को इससे जोड़ा जाए तो एकत्रित पुस्तकों का लाभ विद्यार्थियों को मिलने से काफी लाभ होगा।

विशेषज्ञों के अनुसार, आज के डिजिटल युग में ज्ञान चाहने वाले छात्रों के लिए पारंपरिक पुस्तकालय ही एकमात्र विकल्प नहीं रह गया है। इलेक्ट्रॉनिक पुस्तकालयों या ई-पुस्तकालयों ने छात्रों के सूचना तक पहुँचने के तरीके को बदल दिया है। जानकारी ढूंढना और प्राप्त करना पहले से कहीं अधिक आसान, तेज़ और अधिक सुविधाजनक बनाना। छात्रों के लिए ई-लाइब्रेरी के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता। यह छात्रों को माउस के कुछ क्लिक या स्क्रीन पर टैप के साथ कहीं से भी, किसी भी समय जानकारी तक पहुंचने की अनुमति देता है। ई-पुस्तकालय प्रचुर संसाधन प्रदान करते हैं जो छात्रों को उनके ज्ञान को व्यापक बनाने, उनके अनुसंधान कौशल में सुधार करने और उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।

छात्र उन डिजिटल सामग्रियों तक भी पहुंच सकते हैं जो पारंपरिक पुस्तकालयों में उपलब्ध नहीं हो सकती हैं, जिससे उन्हें अपने अध्ययन के क्षेत्र में नवीनतम जानकारी और अनुसंधान तक पहुंच मिलती है। कई छात्रों का कहना है कि डिजिटल लाइब्रेरी समय की मांग है. जीजीटीयू के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि आने वाले नए साल में यूनिवर्सिटी में डिजिटल लाइब्रेरी शुरू हो जाएगी. जीजीटीयू के रजिस्ट्रार राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल का कहना है कि आने वाले समय में केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से यूनिवर्सिटी में कई काम शुरू किए जाएंगे. विचार के लिए प्रस्ताव भेजा जायेगा.