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Banswara गणेश महोत्सव का समापन, गणपति बाप्पा मोरिया के जयकारों से गूंजा शहर

 
Banswara गणेश महोत्सव का समापन, गणपति बाप्पा मोरिया के जयकारों से गूंजा शहर 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा गणेश पांडालों में प्रथम पूज्य के जयकारों की गूंज, अपने आराध्य की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाने की वेला में भावुक श्रद्धालु, गाजेबाजे से निकाली शोभायात्रा और प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान सजल नेत्रों के बीच गुरुवार को दस दिवसीय गणेश महोत्सव का समापन हो गया। शहर में शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों प्रतिमाएं सम्मिलित हुई। इन्हें देखने के लिए जनसमूह उमड़ पड़ा। देर रात तक डायलाब में विसर्जन का क्रम बना रहा।

अनंत चतुर्दशी पर सुबह से डायलाब और नाथेलाव तालाब पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का क्रम शुरू हो गया था। घरों में स्थापित प्रतिमाओं को लेकर श्रद्धालु परिवार सहित जयकारे लगाते हुए दोनों जलाशयों पर पहुंचे। पूजन-आरती के बाद प्रतिमाओं को विसर्जित किया। इन प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर दोपहर बाद तक चलता रहा। इसमें नन्हें बच्चे, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग आदि सम्मिलित रहे। दोपहर में मुख्य शोभायात्रादोपहर में त्रयंबकेश्वर मंदिर से गणेश प्रतिमा विसर्जन समिति के संरक्षक और पूर्व राज्यमंत्री भवानी जोशी के नेतृत्व में शोभायात्रा आरंभ हुई। इसमें जोशी भगवान गणेश की प्रतिमा सिर पर धारण किए हुए पैदल चल रहे थे। उनके साथ समिति पदाधिकारियों व सदस्यों के अतिरिक्त पूर्व राज्यमंत्री धनसिंह रावत, जिला परिषद सदस्य हकरू मईड़ा सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि साथ चल रहे थे। इसके साथ ही एक-एक कर विभिन्न गणेश मंडलों की प्रतिमाएं नासिक ढोल की गूंज के साथ शोभायात्रा से जुड़ती रही। भाजपा ओबीसी नगर मोर्चा और युवा मोर्चा के तत्वावधान में आजाद चौक पर 25 किलो पुष्प की वर्षा जिलाध्यक्ष लाभचंद पटेल के नेतृत्व में की गई। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से निकली प्रतिमाएं शोभायात्रा में सम्मिलित होने के बाद परम्परागत मार्ग से होते हुए डायलाब पहुंचती रही। विसर्जन रात्रि नौ बजे बाद तक होता रहा।

नगर परिषद की ओर से प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए डायलाब पर लाइटिंग के अतिरिक्त अन्य व्यवस्थाएं की गई। सभापति जैनेन्द्र त्रिवेदी के निर्देशन में नगर परिषद के कार्मिकों और पार्षदों के सहयोग से एक के बाद एक पहुंची गणेश प्रतिमाओं को पूजा-अर्चना के बाद विसर्जित किया गया। वहीं शोभायात्रा में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन, पुलिस की ओर से पुख्ता प्रबंध किए गए। उपखंड मजिस्ट्रेट सहित विभिन्न ड्यूटी मजिस्ट्रेट शोभायात्रा के साथ रहे। पुलिस अधिकारी जगह-जगह व्यवस्थाओं को संभाले रहे।