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Banswara कथित धर्मांतरण की गतिविधियों से असंतुष्ट दो पुजारियों समेत पांच को थाने लाई पुलिस

 
Banswara कथित धर्मांतरण की गतिविधियों से असंतुष्ट दो पुजारियों समेत पांच को थाने लाई पुलिस 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा शहर के खांदू कॉलोनी क्षेत्र में मंगलम रेजीडेंसी के पास शुक्रवार को कथित धर्मांतरण की गतिविधि से हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों में रोष फैल गया। मौके पर विवाद होने की सूचना पर पुलिस पहुंची और पूछताछ की। हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी गतिविधि से इनकार किया, लेकिन ऐहतियात के तौर पर पादरियों और दो महिलाओं सहित पांच जनों को थाने लाई। बाद में इन्हें पाबंद करवाया गया। पुलिस के अनुसार वाकया दोपहर बाद हुआ, जबकि यहां एक मकान में कथित रूप से बनाए चर्च में प्रार्थना चल रही थी।

इसकी भनक पर हिंदू संगठनों से जुड़े युवा पहुंच गए। मौके पर फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी के बीच बहसबाजी शुरू हुई। इसकी सूचना पर शहर में गश्त कर रही चेतक मोबाइल टीम की प्रभारी सुशीला और उधर खांदू कॉलोनी की हॉक कांस्टेबल शंकर लाल व अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे। बताया गया कि यहां दानपुर क्षेत्र में पावर प्लांट के लिए भूमि अवाप्ति पर विस्थापित आकर बसे हैं, जिनका झुकाव मिशन की ओर है। पुलिस ने पूछताछ कर दोनों पक्षों को सुना। इसके बाद लोगों को शांत कर कथित धार्मिक क्रिया-कलाप करते-कराते पाए गए तीन महिलाओं और दो पुरुषों को राजतालाब थाने लाए। इस पर पीछे हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि भी पहुंच गए। उन्होंने भोलेभाले आदिवासियों का धर्मांतरण करने का प्रयास होना बताकर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।

इस पर एएसआई नटवरलाल और पुलिसकर्मियों ने समझाइश कर जांच का भरोसा दिलाया। इसके बाद पुलिस ने फिर पूछताछ की। मामले में थाना प्रभारी का दायित्व संभाल रहे डीएसपी संदीप आरपीएस ने बताया कि लोगों को धर्मांतरण कराने की आशंका थी, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं सामने नहीं आई। बगैर सूचना और अनुमति के सभा आयोजित करने पर हिदायत दी गई। बाद में मामले में लाए गए पादरी प्रेमपाल पुत्र रंगलाल मईड़ा और पादरी जीवनलाल पुत्र कालूलाल मईड़ा, नानालाल पुत्र रामचंद्र मीणा, उर्मिला पत्नी राकेश और कपिला पत्नी प्रेमपाल मईड़ा को तहसीलदार के समक्ष पेश कर पाबंद करवाया गया।