Banswara कांग्रेस का वागड़ पर फोकस, राजसमंद के आदिवासियों को भी टीएसपी में लेने की वकालत
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बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा कांग्रेस ने इस बार वागड़ की घेराबंदी कर ली है। इसी के तोड़ के लिए भाजपा परिवर्तन यात्रा का सैकंड फेज 3 सितंबर से बेणेश्वर धाम से शुरू करेगी। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा फोकस वागड़ में किया है। 9 अगस्त को राहुल गांधी सवा साल में दूसरी बार वागड़ पहुंचे। सीएम अशाेक गहलाेत एक साल में 15 बार यहां आ चुके हैं। दो साल में बांसवाड़ा काे 3500 कराेड़ का बजट दिया है, जो 40 साल में सर्वाधिक है। भीलवाड़ा काे छाेड़कर मेवाड़-वागड़ में 28 सीटें हैं। इनमें 16 एसटी, एक एससी रिजर्व है। कर्नाटक की तर्ज पर कांग्रेस मेवाड़-वागड़ की 16 सीटें जीतने की काेशिश में लगी है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जाेशी ने राजसमंद के के आदिवासियाें काे टीएसपी में लेने की पैरवी की है।
अपर हाई कैनाल के लिए 2500 कराेड़: नहरों की मरम्मत के लिए 700 करोड़ का बजट दिया। बेणेश्वर विकास का 100 कराेड़ का प्राेजेक्ट चल रहा है। त्रिवेणी पर 136 कराेड़ से पुल बन रहा है। मानगढ़ धाम के लिए 9 अगस्त काे राहुल की सभा में 100 कराेड़ रुपए के बजट की घाेषणा की गई। जजा वर्ग का अलग से संभाग : बांसवाड़ा, डूंगरपुर व प्रतापगढ़ की सभी 11 सीटें एसटी रिजर्व हैं। सीधा संदेश देने का प्रयास किया गया है कि बांसवाड़ा काे उनके लिए संभाग, एसटी रिजर्व सलूंबर काे जिला बना दिया गया है। पहली बार बांसवाड़ा से दो मंत्री : बागीदाैरा से तीसरी बार जीते महेंद्रजीत सिंह मालवीया काे सीडब्ल्यूसी में सदस्य बनाया है। 2020 में कांकरी डूंगरी उपद्रव व केसरियाजी मामले में समझाइश में मालवीया की बड़ी भूमिका थी। बांसवाड़ा जिले से पहली बार दो मंत्री बनाए गए।
राजसमंद में एसटी रिजर्व सीट नहीं है लेकिन नाथद्वारा, कुंभलगढ़ सीटाें पर प्रभाव है।
रेलमगरा के आदिवासी सम्मेलन में 29 पंचायतों के 105 गांवों से 10 हजार लाेग जुटे तो भील समाज को पांच बीघा जमीन व भवन केे लिए 50 लाख देने की घाेषणा की गई।
पिछले चुनाव में बीटीपी ने 11 सीटों पर लड़कर 0.72% वोट पाए, 2 सीटें जीतीं। अब एसटी रिजर्व 17 सीटों पर लड़ेगी। लेकिन जाे बीटीपी से विधायक बने, वे नई पार्टी (भारत आदिवासी पार्टी) बना रहे हैं। 10 सितंबर काे उसकी घाेषणा होगी। इसमें कांग्रेस फायदा देख रही है।