Banswara बच्चे से बेरहमी से मारपीट, शिक्षक व प्रबंधक पर मुकदमा दर्ज

घटना से बच्चा सदमे में और मानसिक रूप से विचलित हो गया। वृद्ध ने बताया दी कि अब बच्चा संस्थान में पढऩे से ही मना कर रहा है। साथ ही बताया कि पूर्व में भी इस विद्यालय में बच्चे के साथ मारपीट की घटनाएं हुईं, जिसकी शिकायतें भी की, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने संतोषप्रद कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि संस्थान संचालकों से बात करने पर वे कह रहे हैं कि जो करना है, कर कर लो हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। रिपोर्ट की प्रति कलक्टर, एसपी, जिला शिक्षा अधिकारी, बाल विकास अधिकारी और अल्पसंख्यक आयोग भी भेजी गई। मामले पर थानाधिकारी हिम्मत बुनकर ने बताया कि वृद्ध की शिकायत पर मारपीट और जेजे एक्ट के तहत केस दर्ज किया। अनुसंधान एएसआई नाथूलाल को सौंपा है।
सितंबर में भी आया था इसी तरह का प्रकरण
इससे पहले सितंबर में सरस्वती स्कूल के हॉस्टल में रहकर अध्ययनरत सालिया निवासी 11 वर्षीय हर्षराज चरपोटा के साथ मामला हुआ था। एमजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद बालक के पिता ने वार्डन डीके के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। बुरी तरह मारपीट से घबराकर बच्चा हॉस्टल से भाग गया था, जो तलाश पर बच्चा सवनिया केनाल के पास मिला। तब संस्थान प्रबंधन ने कक्षा छह के छात्र हर्षराज के रात को भागने के प्रयास पर टोकाटाकी के दौरान शिक्षक से मारपीट करने की बात कही थी। मामले पर दूसरे दिन अभिभावक आए तो बात हुई। उन्होंने बच्चे की गलती भी मानी, लेकिन बाद में शिक्षक के साथ मारपीट कर दी। मामले में खमेरा थानाधिकारी बुनकर ने बताया कि प्रकरण में जांच के बाद आरोपी के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है। मामले में संस्थान के सीईओ राहुल पारीख का कहना है कि पारी समन्वयक से बात हुई। मारपीट जैसा कोई मामला नहीं हुआ। बच्चे को होमवर्क दिखाने को कहा, लेकिन उसने कॉपी देने से इनकार किया। तब उसके बस्ते से कॉपी निकलवाई थी। चोटें बता रहे हैं तो मेडिकल मुआयने और जांच से क्लीयर हो जाएगा।