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Banswara सहकारी समितियों में डीएपी खाद नहीं, गुजरात से लाने की मजबूरी

 
Banswara  सहकारी समितियों में डीएपी खाद नहीं, गुजरात से लाने की मजबूरी

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा उपखंड नयागांव क्षेत्र की सहकारी समितियों में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं होने से किसानों को मजबूरी में गुजरात से खाद लाना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार इन दिनों क्षेत्र में रबी की बुवाई शुरू हो चुकी है, लेकिन सहकारी समितियों में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं होने से किसानों को बाजार से महंगा खाद खरीद कर या गुजरात के विजयनगर से खाद लाने की मजबूरी बन गई है। किसानों का कहना है कि बुवाई के समय सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है। किसानों की मांग को देखते हुए कई खुदरा व्यापारी गुजरात से खाद लाकर बेच रहे हैं, लेकिन वह महंगा है। किसानों का कहना है कि खाद के अभाव में पैदावार घटने की आशंका बन गई है। किसानों को बाजार से महंगा खाद खरीद कर या गुजरात के विजयनगर से खाद लाने की मजबूरी बन थाणा के पूर्व लैम्पस अध्यक्ष गौतम पटेल के अनुसार इस वर्ष डीएपी खाद का आवंटन ही नहीं हुआ है। किसानों को मजबूरी में गुजरात से खाद लाना पड़ रहा है या बाजार से महंगा खाद खरीदना पड़ रहा है।

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा जनवरी में

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित की जाने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) अब दिसंबर की बजाए जनवरी में शिफ्ट हो गई है। पहले यह परीक्षा जुलाई और दिसंबर में होती थी। इस बार दिसंबर की परीक्षा 21 जनवरी 2024 को होगी। पेन और पेपर मोड पर होने वाली परीक्षा में इस बार परीक्षा शहरों की संख्या भी घट गई है। अब केवल 135 शहरों में ही परीक्षा होगी। इस बार 49 शहरों को कम कर दिया गया है।

सीबीएसई की ओर से सीटेट के लिए परीक्षा आवेदन भराए जा रहे हैं। 23 नवंबर तक आवेदन भरे जाएंगे। पेन और पेपर मोड पर अब एक ही दिन में यह परीक्षा होगी। सीबीएसई साल में दो बार सीटेट का आयोजन कराती है। समय के साथ ही अब सीटेट के आयोजन के महीने भी आगे शिफ्ट होने लगे हैं। कैलेंडर वर्ष के हिसाब से एक साल में न होकर दो साल में यह परीक्षा हो रही है। शिक्षक पात्रता परीक्षा जो 2023 की जुलाई में होने वाली परीक्षा अगस्त में संपन्न हुई और अब दिसंबर वाली परीक्षा जनवरी में होगी।