Aapka Rajasthan

Banswara वोटिंग के अगले दिन पूर्व सीएम राजे ने त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में की विशेष पूजा

 
Banswara वोटिंग के अगले दिन पूर्व सीएम राजे ने त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में की विशेष पूजा

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा तलवाड़ा प्रदेश में मतदान खत्म होने के अगले ही दिन रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे त्रिपुरा सुंदरी मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने विशेष पूजा अर्चना की। पंडित निकुंज मोहन पंड्या व दिव्य भारत पंड्या ने राजे को विधि विधान से पूजा अर्चना कराई। राजे ने मां त्रिपुरा सुंदरी की आरती उतारी। मंदिर से उन्हें प्रसाद के रूप में पान दिया, जिसे उन्होंने भाजपा के चारों प्रत्याशियों में बांट दिया। करीब सवा घंटे तक राजे मंदिर प्रांगण में रहीं। इस दौरान सांसद कनकमल कटारा, श्रीचंद कृपलानी, भाजपा प्रत्याशी धनसिंह रावत, भीमा भाई डामोर, कैलाश मीणा, मानशंकर निनामा साथ रहे। राजे पिछले कई चुनावों से मतगणना के दिन भी प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में पूजा अर्चना करती हैं और प्रारंभिक चुनावों के रुझान जानने के बाद ही जयपुर रवाना होती हैं।

3 नवंबर को यूजीसी से मिली थी बदलाव की मंजूरी

विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) बनने के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नेट) के पाठ्यक्रम में बदलाव करने से पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) विशेषज्ञों की एक समिति बनाएगा।  विशेषज्ञों से अंतिम परामर्श के बाद सिलेबस में बदलाव पर चर्चा के लिए जनवरी में बैठक होगी. यूजीसी जल्द ही नए सिलेबस का ड्राफ्ट राज्यों और विश्वविद्यालयों के साथ साझा कर यूजीसी की वेबसाइट पर अपलोड करने की तैयारी में है। सभी सुझावों पर अंतिम मंजूरी मिलने के बाद यूजीसी नया सिलेबस जारी करने के फैसले पर आगे बढ़ेगा. अगले साल जून में इसे लागू करने से पहले सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी।

83 विषयों में आयोजित होने वाली इस परीक्षा के लिए यूजीसी ने एक सलाहकार समिति भी बनाई है। समिति को सीधे यूजीसी के अध्यक्ष को रिपोर्ट करना होगा। नेट परीक्षा जून और दिसंबर महीने में आयोजित की जाती है। यूजीसी ने आखिरी बार 2017 में यूजीसी-नेट विषयों के सिलेबस को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू की थी। यूजीसी के अधिकारियों का कहना है कि नेट सिलेबस को अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यूजीसी नेट परीक्षा के सिलेबस में बदलाव से पहले परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को पर्याप्त समय दिया जाएगा. यूजीसी सचिव मनीष जोशी का कहना है कि छह साल बाद यूजीसी नेट परीक्षा के सिलेबस में बदलाव किया जा रहा है। 3 नवंबर को हुई यूजीसी काउंसिल की बैठक में सिलेबस में बदलाव को मंजूरी दे दी गई है।