Banswara डीजल की बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए रोडवेज लाएगी सीएनजी बसें
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के बावजूद रोडवेज कॉर्पोरेशन ने किराया नहीं बढ़ाया। इसका असर यह हो रहा है कि पहले से ही कर्जदार निगम कर्जदार होता जा रहा है। अब निगम ने इस पर काबू पाने के लिए सीएनजी बसें चलाने का फैसला किया है। लेकिन निगम इसे अलग-अलग चरणों में पूरे राज्य में लागू करेगा। यानी सभी को एक साथ नहीं बदला जाएगा। इस संबंध में हाल ही में निगम के उच्चाधिकारियों ने बैठक कर निर्णय लिया है। इसके अलावा निगम इलेक्ट्रिक बसें लाने पर भी विचार कर रहा है। सीएनजी बसों के लिए निगम ने अलग-अलग कंपनियों से खरीद के लिए बातचीत शुरू कर दी है। पहले चरण में माना जा रहा है कि 50 बसें खरीदी जाएंगी। इसके लिए निगम के उच्चाधिकारियों के स्तर पर कंपनियों से बातचीत की जा रही है। कंपनियां लंबे रूट की सीएनजी बसें बनाने में लगी हुई हैं। निगम से पहले एक बार सीएनजी बस संचालन बारां जिले में शुरू हुआ था, लेकिन वे सफल नहीं हो सके क्योंकि बस पूरी तरह से सीएनजी तकनीक से लैस नहीं थी लेकिन केवल किट लगाई गई थी। अब सभी बसें सीएनजी तकनीक से लैस होंगी। प्रदेश में रोजाना 3200 बसें 12 लाख किमी तक का सफर तय कर रही हैं
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सीएनजी की कीमत 61 रुपये प्रति किलो होगी, टैक्स कटौती और कम होगी। इसको लेकर बैठक हुई। समस्या यह है कि स्थानीय बसें नहीं हैं। इसके बारे में 4 कंपनियों को बताया गया है कि किस तरह का इंजन होगा, एयर कंडीशनिंग लगाई जाएगी, वे एक योजना तैयार करेंगे। डिक्की या नहीं। क्योंकि इसमें सीएनजी के बड़े सिलेंडर भी लगाए जाएंगे। कंपनी का प्लान अभी नहीं आया है। सुधीर भाटी, पीआरओ, रोडवेज रोजाना 4 हजार लीटर डीजल की खपत बांसवाड़ा में फिलहाल 63 बसें हैं। जिसमें रूट पर 53 बसों का संचालन किया जा रहा है। ये बसें एक दिन में करीब 19 से 20 हजार किमी का सफर तय करती हैं। जिसमें प्रत्येक बस का औसत 5 किमी प्रति लीटर है। इसके अनुसार डिपो स्थित पंप से रोजाना 4 हजार लीटर डीजल का उपयोग होता है। इसके अलावा डीजल खत्म होने की स्थिति में अन्य डिपो से भी डीजल भरा जाता है। सीएनजी बसों से औसतन 8 किमी प्रति लीटर मिलने से प्रत्येक बस में 3 किमी का लाभ मिलेगा।
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