Rajasthan Politics: पहली बार सीएम गहलोत और पीएम मोदी ने सांझा किया एक मंच, गुजरात चुनावों के बीच ये सियासी दृश्य बेहद ही खास
बांसवाड़ा न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम के दौरा कर रहे है। लेकिन इससे पहले सियासी गपशप शुरू हो गई है । पहली बार पीएम मोदी और सीएम गहलोत मंच पर एक साथ होंगे । गुजरात चुनावों के बीच ये सियासी दृश्य बेहद ही खास होगा जब पीएम मोदी और सीएम गहलोत मिलेंगे। आदिवासी धाम मानगढ़ इन दोनों दिग्गज नेताओं की मुलाकात का गवाह बनेगा। जहां आज दो विचारधारा एक मंच पर नजर आएगी। बता दें कि राजस्थान की राजनीति के मिजाज में मेवाड़-वागड़ की अलग पहचान है। यहां से जिस पार्टी की चुनावी आंधी चलती है उसी को राजस्थान पर राज करने का अवसर मिलता है।

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मानगढ़ दौरा सरकारी है लेकिन उनकी मौजूदगी बीजेपी को यहां मजबूती देकर जाएगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पहले से ही मेवाड़ पर पैनी नजरे गड़ा रखी है।गांधी परिवार और कांग्रेस का फोकस भी यहीं है, सीएम अशोक गहलोत भी वागड़ की धरती पर पहुंचे है। दिग्गजों की मौजूदगी से राजस्थान ही नहीं गुजरात तक सियासी संदेश जाएगा। पीएम के दौरे से पहले ही राज्य के कांग्रेस नेताओं ने तंज करने भी शुरू कर किये है। पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मंत्रियों ने जुबानी हमला बोल दिया है। डोटासरा ने कहा कि पीएम मोदी को आज 8 साल बाद मानगढ़ धाम याद आया है। अब जब गुजरात में चुनाव है. 12 महीने बाद राजस्थान में चुनाव है,पीएम मोदी का हर शब्द, चाल, विचित्र वेशभूषा सब वोट बैंक को देखकर होता है, लेकिन अगर मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाता है तो हम उसका स्वागत करेंगे और कहेंगे और कहेंगे देर आए दुरुस्त आए है।

मानगढ़ धाम में आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत शहीदों को श्रद्धांजलि सभा। https://t.co/SpRTgayTTC
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 1, 2022
कुछ माह पहले ही उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ था और यही से अगले लोकसभा चुनावों का रोडमैप तैयार किया था। इस दौरान आदिवासियों के तीर्थ और मावजी महाराज की धरती बेणेश्वर पर राहुल गांधी की सभा हुई थी। आदिवासी अंचल में यूं तो नरेन्द्र मोदी पहले भी कई मर्तबा आ चुके है ,बतौर गुजरात सीएम भी उनके कई बार दौरे हुए थे, आदिवासियों के आस्था केन्द्र मानगढ़ धाम पर भी वह कई बार आए है। मेवाड़ वागड़ और गुजरात पडौसी है यहीं कारण है कि नरेन्द्र मोदी रणबांकुरों की धरती से भली भांति परिचित है। वे यहां की सियासी फिजा से वाकिफ है।
