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Banswara विशेषज्ञ डॉक्टर के इंतजार में 7 साल में 152 कैंसर मरीजों की मौत

 
Banswara विशेषज्ञ डॉक्टर के इंतजार में 7 साल में 152 कैंसर मरीजों की मौत
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  जिले में नित नए कैंसर मरीज सामने आ रहे हैं, लेकिन 70 महीने पुराने ढर्रे पर आज भी यहां व्यवस्थाएं चल रही हैं। यह तो स्थानीय अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली है जो कैंसर रोगियों को उपचार सेवा उपलब्ध कराने के लिए यूनिट संचालित कर पा रही है। अन्यथा सरकार की अनदेखी के कारण महात्मा गांधी चिकित्सालय में अभी तक एक कैंसर रोग विशेषज्ञ भी उपलब्ध नहीं हो सका है। बताते चलें कि वर्ष 2017 के दिसंबर महीने में महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में कैंसर केयर यूनिट शुरू की गई थी। इस यूनिट को 2 बेड की स्वीकृति देकर कीमो, फॉलोअप कीमोथेरेपी की अनुमति भर ही प्रदान की। कई बार मांग उठने पर भी अस्पताल में एक कैंसर रोग विशेषज्ञ नियुक्त नहीं किया जा सका।

अभी तक 152 मरीजों की हो चुकी है मृत्यु

दुर्भाग्य है कि वर्ष 2017 से 2023 अगस्त तक एमजीएच में पंजीकृत कैंसर रोग से पीड़ित मरीजों में अब तक कुल 152 मरीजों की मौत हो चुकी है। हालांकि इन मरीजों में किसी की मृत्य अस्पताल में नहीं हुई। और ये समस्त मरीज अन्यत्र उपचाररत थे। प्रबल संभावना है कि मेडिकल कॉलेज बन जाने पर कैंसर उपचार को लेकर सुविधा और भी बेहतर हो जाए। अभी हमारी ओर से पूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं कि मरीजों को दिक्कत न हो। कैंसर रोग विशेषज्ञ होने से चिकित्सा सुविधा अच्छी होगी, रोग को डाइग्नोस किया जा सकेगा। मशीन उपलब्ध होंगी। वैसे कैंसर केयर यूनिट में अभी दो चिकित्सक नियुक्त हैं। इनमें से एक ने कैंसर उपचार को लेकर ट्रेनिंग ले रखी है। इसके अतिरिक्त स्टाफ भी सेवाएं दे रहे हैं।

यहां मरीजों को यह सुविधा उपलब्ध

कीमो

फॉलोअप कीमो

रैफर सुविधा

पैलेटिव केयर

रजिस्ट्रेशन की सुविधा

दवाइयां इत्यादि