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Banswara जिले के 398 उपस्वास्थ्य केंद्रों पर 121 प्रकार की दवाएं उपलब्ध, लोगों को राहत

 
Banswara जिले के 398 उपस्वास्थ्य केंद्रों पर 121 प्रकार की दवाएं उपलब्ध, लोगों को राहत 
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, बांसवाड़ा  ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सेवाएं और भी बेहतर होगी। उन्हें सामान्य रोगोपचार व दवाओं के लिए दौड़ भाग नहीं करनी पड़ेगी। ग्रामीण परिवेश में दूरदराज इलाके में रहने वाले लोगों को सहूलियत देने के उद्देश्य से चिकित्सा विभाग ने प्रदेश के समस्त उपस्वास्थ्य केंद्रों पर 71 नई दवाओं को शामिल किया। इसके बाद अब इन उपस्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को तकरीबन 121 प्रकार की दवाएं उपलब्ध होंगी। दरअसल, अभी तक कई रोगों के उपचार के लिए मरीज को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है। मसलन, यदि किसी को कुत्ता काट लेता है तो उसे वैक्सीन लगाने के लिए प्रत्येक बार पीएचसी या सीएचसी जाना पड़ता था।

वहीं, उपस्वास्थ्य केंद्रों पर अहम दवा उपलब्ध होने से मरीज और तीमारदार की यह समस्याएं खत्म हो जाएंगी। इसी प्रकार यदि मरीज को ग्लूकोज चढ़वाना है तो भी सबसेंटर्स पर सुविधा उपलब्ध होगी। विभाग के सामने ये मुश्किलें प्रत्येक सबसेंटर्स पर सीएचओ का उपलब्ध न होना उपस्वास्थ्य केंद्र पर दवाओं के रखने के लिए संसाधनों की कमी सभी सबसेंटर्स का खुद का भवन न होना मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के जिला समन्वयक डॉ प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सबसेंटर्स पर उपलब्ध दवाएं देने से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूरी है। फिर चाहे चिकित्सक ने परमार्श टेली मेडिसिन के माध्यम से दिया हो या मरीज के पास रैफर पर्ची हो। सबसेंटर्स पर 71 प्रकार की नई दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश हैं। इन दवाओं को डिमांड के अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा। 

1 करोड़ 16 लाख से डेढ़ किमी सड़क बनेगी

पंचातय समिति अरथूना के जौलाना गांव में सार्वजनिक निर्माण विभाग एक करोड़ सोलह लाख की लागत से डेढ़ किमी लम्बी सीसी सड़क बनाएगा। इस सड़क निर्माण के लिए प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी हो गई है। यह सड़क जनजाति बालिका छात्रावास से लक्ष्मी नारायण मन्दिर चौराहा, पाटीदार मोहल्ले होते हुए अंबावड़ी तक बनेगी। क्षेत्र में लंबे समय इस सड़क की मांग की जा रही थी। इससे ग्रामीणों में खुशी की लहर है।

शिविर में 27 फूड लाइसेंस बनाए, व्यापारियों को मिली राहत

शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत छोटी सरवन कस्बे में एक दिवसीय फूड लाइसेन्स व रजिस्ट्रेशन का शिविर लगाया गया। अधिकारी शशिकांत शर्मा ने बताया कि शिविर में कुल 27 आवेदन प्राप्त हुए आवेदनों को ऑनलाइन कर खाद्य विक्रेताओं को मौके पर ही लाइसेंस वितरित किए। सभी खाद्य व्यापारी जिनका वार्षिक टर्न ओवर 12 लाख तक है। उन्हें रजिस्ट्रेशन एवं 12 लाख से अधिक टर्न ओवर वाले खाद्य कारोबार कर्ता को खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत लाइसेन्स में आवेदन करना होता है। शिविर में उम्मेद मल टैलर खाद्य सुरक्षा अधिकारी एवं हीरा लाल आचार्य उपस्थित रहे। विभाग की ओर से लगातार शिविर आयोजित कर मौके पर ही लाइसेंस दिए जा रहे हैं।