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Alwar तीन जिलों के 22 बड़े बांधों में से दो में बचा पानी, गर्मी शुरू

 
Alwar तीन जिलों के 22 बड़े बांधों में से दो में बचा पानी, गर्मी शुरू
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर अभी गर्मी पूरी तरह शुरू भी नही हुई है और तीन जिलों के नदी, नाले, तालाब और बांधों के पानी ने जवाब दे दिया है। सिंचाई विभाग के अंतर्गत आने वाले 22 बड़े बांधों में से मात्र दो बांधों में ही पानी बचा है। 20 बांध खाली हो गए हैं। इससे बांधों के आसपास कुओं व बोरिंग में पानी नीचे चला गया है। वहीं पशु- पक्षियों और जीव-जंतुओं के लिए संकट मंडराने लगा है। वर्तमान में 22 बांधों में से केवल सिलीसेढ़ में 21.3 फीट और मंगलसर बांध में 3 फीट पानी ही बचा है। आगामी दिनों में इनमें भी जलस्तर घटने की संभावना है।

मानसून के दौरान बांधों में यह रहा पानी : मानसून के दौरान 22 बांधों में से 10 बांधों में बारिश का पानी पहुंचा, लेकिन जैसे ही मानसून विदा होने लगा तो केवल पांच बांधों में पानी शेष रह गया था। अब केवल दो बांधों में पानी है। सिंचाई विभाग के अलावा जिला परिषद के अंतर्गत आने वाले छोटे-बड़े 107 बांध और तालाब भी पानी की कमी से सूख गए हैं।

इन बांधों और नदियों का पेटा रीता : जयसमंद, मानसरोवर, रामपुर, जयसागर, देवती, धमरेड़, लक्ष्मणगढ़, बाघेरीखुर्द, जैरोली, खानपुर, हरसौरा, जैतपुर, बावरिया, सिलीबेरी, बिघोता, तुसारी, निम्बाहेड़ी, सारेंखुर्द, समरसरोवर और साबी, रूपारेल आदि नदियों से पानी सूख चुका है।

नदी-नालों, बांधों के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में बने तालाब भी सूख गए हैं। इनका पानी रसातल में पहुंच गया है। बताया जाता है कि कई क्षेत्र सूखे की चपेट में आए हुए हैं। इसमें राजगढ़, मालाखेड़ा, लक्ष्मणगढ़, बानसूर का कुछ क्षेत्र, बहरोड़, गोविंदगढ़ आदि क्षेत्र शामिल हैं। गर्मी के दिनों में बांधों और तालाबों में धूल उड़ती नजर आएगी। वहीं, मानसून का आगमन जून- जुलाई में होगा। इससे बांधों और तालाबों को और अभी 5 माह पानी का इंतजार करना पड़ेगा। पानी के रसातल में पहुंचने के कारण किसानों को खेती करने में परेशानी आ रही है। मौसम के अनुरूप ही बांधों का पानी रसातल में पहुंच रहा है। मानसून के दौरान ही बांधों में पानी आता है और रिचार्ज होते हैं। बांधों से पानी सूखने होने पर किसानों को भी परेशानी हो सकती है।