Alwar कासिया की ढाणी में मिले टाइगर के पगमार्क, लोगों में भय
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अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व बफर जोन का ढाई साल का बाघ-2303 अपनी टेरेटरी बनाने के लिए घूम रहा है। बाघ ने पिछले कई दिनों से वन विभाग के अधिकारियों के पसीने छुड़ा रखे हैं लेकिन बाघ अभी तक विभाग की टीम की पकड़ से दूर है। टाइगर पिछले कई दिनों से बफर जोन से निकलकर हरियाणा और राजस्थान के आवासीय बॉर्डर इलाके से होते हुए अब बानसूर के समीप ततारपुर सीमा पर है। टाइगर को रेस्क्यू के लिए विभाग की क़रीब 6-7 टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है।
कासीया की ढाणी में टाइगर के पगमार्क मिले
विभाग के रेंजर दिलीप सिंह ने बताया कि शुक्रवार को ततारपुर क्षेत्र के कासिया की ढाणी और रानोठ रोड़ के आसपास टाइगर के पग मार्क मिले है। उन्होंने बताया कि अभी तक टाइगर से किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं हुई लेकिन हमारा प्रयास टाइगर और ग्रामीणों को सुरक्षित रखना है। इस समय खेतों में फसल खड़ी हुई है इसलिए किसानों से निवेदन है कि खेतों की तरफ नही जाए। हमारे लिए पब्लिक और जानवर दोनों महत्त्वपूर्ण है। इसलिए ग्रामीणों से निवेदन है कि कुछ दिन घर पर रहे और सुरक्षित रहें।
बता दें कि पिछले करीब 10 दिनों से टाइगर बानसूर, बहरोड़ और ततारपुर की सीमा में है। 10 किलोमीटर के एरिया में इधर उधर घूम रहा है। आज ग्रामीणों ने कासीया की ढाणी में टाइगर के पगमार्क दिखने पर वन विभाग को सूचना दी गई। सूचना पर विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पगमार्क लिए गए है।