बाहर से शांत दिखने वाले राजस्थान के इस गाँव में अंदर चल रहा था बड़ा खेल, छापा मारा तो पुलिस भी रह गई 'हक्की-बक्की'

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि शांत सा दिखने वाला एक गांव देशभर के लोगों से ऑनलाइन ठगी का अड्डा बन सकता है? अलवर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र में जब पुलिस ने साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसा तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पुलिस को ऐसे सुराग मिले, जिससे पता चला कि यह गांव ओएलएक्स ठगी, सेक्सटॉर्शन और नौकरी ठगी जैसे अपराधों का अड्डा बन चुका है।
एसपी संजीव नैन के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान में नौगांव पुलिस ने सुनियोजित कार्रवाई के तहत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 2 नाबालिगों को निरुद्ध किया। गिरफ्तार आरोपियों में लोकेश जाटव, प्रदीप जाटव, सुशील ओढ़, अजरुद्दीन मेव और साहिल मेव शामिल हैं। ये सभी युवक तकनीकी रूप से दक्ष थे और सोशल मीडिया और कॉलिंग एप के जरिए देशभर के लोगों को जाल में फंसाते थे। पुलिस ने इनके पास से 7 एंड्रॉयड मोबाइल फोन और एक एटीएम कार्ड बरामद किया है, जिसका इस्तेमाल ठगी के लिए किया जाता था। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये आरोपी ओएलएक्स पर पेन और पेंसिल जैसे छोटे-मोटे उत्पादों का विज्ञापन देकर लोगों से संपर्क करते थे और फिर डिलीवरी के नाम पर पैसे ऐंठ लेते थे। कुछ मामलों में तो इन्होंने फर्जी नौकरी के नाम पर भी लाखों रुपए ठगे हैं।
यह कार्रवाई एएसपी डॉ. तेजपाल सिंह, डीएसपी ट्रैफिक मुकेश चौधरी, सीओ रामगढ़ सुनील प्रसाद शर्मा और एसएचओ भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में की गई। टेक्निकल सर्विलांस और स्थानीय मुखबिरों की मदद से पुलिस इन अपराधियों तक पहुंचने में सफल रही।
एसपी ने बताया कि इनके खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए हैं और आगे की जांच की जा रही है। शुरुआती पूछताछ में यह भी पता चला है कि इस गिरोह से कुछ और युवक भी जुड़े हो सकते हैं। पुलिस अब गांव के उन परिवारों की जांच कर रही है, जिनके युवा संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधियों में शामिल रहे हैं।