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राजस्थान के Alwar जिले की सीमाओं का होगा विस्तार, इन 86 गांव को शहरी क्षेत्र में किया जाएगा शामिल

 
राजस्थान के Alwar जिले की सीमाओं का होगा विस्तार, इन 86 गांव को शहरी क्षेत्र में किया जाएगा शामिल 

अलवर न्यूज़ डेस्क - नगरीय विकास न्यास (यूआईटी) क्षेत्र में शामिल 86 गांवों में से 9 गांव परिसीमन के बाद नगर निगम सीमा में शामिल हो सकते हैं। मास्टर प्लान-2051 के अनुसार शेष 77 गांव 26 साल में नगर निगम का हिस्सा बन जाएंगे। ऐसे में हर पांच साल में होने वाले नगर निगम चुनाव में परिसीमन किया जाएगा और गांवों को शामिल किया जाएगा। इससे शहरी आबादी बढ़ेगी और सरकार विकास व्यय भी अधिक देगी। नगर निगम परिसीमन के अनुसार इस बार ग्राम पंचायत नंगला रायसीस के राजस्व गांव नंगला समावदी, ग्राम पंचायत दिवाकरी के गांव दिवाकरी, ग्राम पंचायत बेलाका के गांव बेलाका, बेराका, ग्राम पंचायत बखेड़ा के गांव लिवाड़ी और भाखेड़ा को शहरी क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। ये वे गांव हैं जो यूआईटी के क्षेत्र में आते हैं और इनका नोटिफिकेशन वर्ष 2011 में हुआ था। इसी तर्ज पर आगामी वर्षों में अन्य गांवों को भी नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने की योजना है। बताया जा रहा है कि यूआईटी क्षेत्र के गांवों को निगम में शामिल करने से वर्ष 2051 तक शहर की आबादी 12 लाख के पार हो सकती है।

ये गांव भविष्य में शहरी क्षेत्र में आ जायेंगे
तूलेड़ा, सालपुरी, खोहरा, गाजूकी, भजियात, सोनावा, रायसी, गोंदपुर, मदनपुरी, नंगला समावड़ी, झरेड़ा, दादर, धोलीदुब, केरवा जाट, बाढ़ केसरपुर, बल्लाबोड़ा, दड़ा, बल्लाना, रूंध निदानी, ककराली जाट, उमरैण, रूंध भाखेड़ा, खेरली सैयद, चंदूकी, भाखेड़ा, डुमेरा, रायबका, लिवाड़ी, नाहरपुर, मौजदिका, चिकानी, सैंथली, बल्देवबास, किशनपुर, पैंतपुर, श्योदानपुरा, कैमला, भूगोर, समोला, ईटाराना, वेरका, चिरखाना, पलका, नांगल झीरा, पलका, देवखेड़ा, जहरखेड़ा, लोधाडी, बेलाका, उलाहेड़ी, दिवाकरी, ठेकड़ा, मुंगस्का, नगली मुंशी, सिरमौली, इनमें खुदनपुर, कडूकी, मिल्कपुर, मन्नाका, जटियाना, करोली, खानपुर जाट, किटौरा, नंगला चारण, दाउदपुर, गुजूकी, नगलीकोटा शामिल हैं।

गांवों को शामिल करने से शहरी क्षेत्र का होगा विस्तार
यूआईटी क्षेत्र के 86 गांवों को नगर निगम में शामिल करने से शहरी क्षेत्र का विस्तार होगा। फिलहाल नगर निगम इन क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण से लेकर अन्य काम खुद करवाता है, लेकिन निगम के अधीन आने के बाद जनता को सुविधाएं देने की जिम्मेदारी दो विभागों की होगी। इनमें धूनीनाथ, सांखला, बहाला, धाधोली, कमालपुर, गोलेटा, बटेसरा, केसरोली, चोरोटी पहाड़, अग्यारा, लोहारवाड़ी शामिल हैं।